रुचि गुज्जर के खिलाफ FIR: फिल्म निर्माता से विवाद में बढ़ी मुश्किलें

रुचि गुज्जर पर FIR दर्ज
रुचि गुज्जर FIR: मुंबई के अंबोली पुलिस ने फिल्म निर्माता और निर्देशक मन लाल सिंह (40) की शिकायत पर एक्ट्रेस रुचि गुज्जर के खिलाफ FIR दर्ज की है। यह मामला सोलांग वैली फिल्म के प्रीमियर के दौरान सिनेपोलिस में हुए विवाद से संबंधित है। आरोप है कि 25 जुलाई को प्रीमियर के दौरान रुचि ने मन लाल सिंह के साथ गाली-गलौज की, उन पर चप्पल से हमला किया, पानी की बोतल फेंकी और फिल्म की रिलीज को रोकने की धमकी दी। यह घटना सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गई, जिससे बॉलीवुड में नया विवाद उत्पन्न हो गया है.
प्रीमियर 25 जुलाई को रात लगभग 9 बजे सिनेपोलिस में आयोजित किया गया था। पुलिस के अनुसार, रुचि गुज्जर बिना आमंत्रण और वैध पास के चार महिला बाउंसरों और कुछ पुरुष बाउंसरों के साथ मॉल की दूसरी मंजिल पर घुस गईं।
रुचि गुज्जर के खिलाफ की गई कार्रवाई
रुचि गुज्जर के खिलाफ दर्ज हुई FIR
मन लाल सिंह के अनुसार, रुचि ने वहां पहुंचकर चिल्लाना शुरू कर दिया और धमकी दी कि वह फिल्म को रिलीज नहीं होने देंगी। उन्होंने सिंह के साथ गाली-गलौज की और उनकी महिला बाउंसरों के साथ मारपीट की। इसके बाद, रुचि ने अपनी चप्पल उतारकर सिंह के गाल पर मारी और उन पर पानी की बोतल फेंकी। बाउंसरों ने भी कथित तौर पर सिंह पर हमला किया। आसपास के लोगों ने हस्तक्षेप कर सिंह को बचाया।
वित्तीय विवाद की पृष्ठभूमि
25 लाख रुपये का वित्तीय विवाद
इस घटना के पीछे एक वित्तीय विवाद है। रुचि गुज्जर ने 24 जुलाई को अंबोली पुलिस में मन लाल सिंह के दोस्त और सह-निर्माता करण सिंह चौहान के खिलाफ 25 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था। रुचि का आरोप है कि चौहान ने उनसे सोलांग वैली और एक टीवी सीरियल के लिए निवेश के नाम पर पैसे लिए थे। मन लाल सिंह ने बताया कि उनकी मुलाकात रुचि से 2023 में दो पार्टियों में हुई थी, जहां चौहान ने उन्हें रुचि को अपना दोस्त बताया था। सिंह ने यह भी कहा कि उन्होंने चौहान को वित्तीय धोखाधड़ी के आरोपों के बाद फिल्म से अलग कर दिया था.
रुचि पिछले एक महीने से सिंह को संदेश भेज रही थीं, जिसमें उन्होंने दावा किया कि चौहान ने उनके पैसे सोलांग वैली में निवेश किए थे। उन्होंने धमकी दी थी कि अगर पैसे वापस नहीं किए गए, तो वह फिल्म की रिलीज रोक देंगी। रुचि ने इस मुद्दे को लेकर सिटी सिविल कोर्ट, डिंडोशी में भी याचिका दायर की थी, लेकिन कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया।