रुद्रप्रयाग बस दुर्घटना: मासूम पार्थ की दर्दनाक कहानी

रुद्रप्रयाग में बस हादसा
रुद्रप्रयाग बस दुर्घटना: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में एक भयानक बस दुर्घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इस हादसे का सबसे दिल दहला देने वाला दृश्य वह वीडियो है जिसमें 10 वर्षीय पार्थ सोनी सड़क किनारे बैठकर भगवान बद्रीनाथ से रोते हुए पूछ रहा है, 'हे बद्रीविशाल, हमने क्या गलती की? हम तो तुम्हारे भक्त थे!' उसकी आंखों से बहते आंसू और कांपते हाथ आसमान की ओर उठे हुए थे, जैसे वह जवाब मांग रहा हो।
पार्थ मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले का निवासी है और इस दुखद घटना में उसने अपने माता-पिता, विशाल सोनी (42) और गौरी सोनी (41), दोनों को खो दिया है। यह त्रासदी गुरुवार को रुद्रप्रयाग के घोलटीर क्षेत्र में हुई, जहां चार लोगों की जान गई और आठ लोग अब भी लापता हैं। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एन.के. राजवार के अनुसार, अलकनंदा नदी के तेज बहाव के कारण बचे हुए लोगों के जीवित मिलने की संभावना बहुत कम है।
SDRF की टीम ने शुक्रवार को चौथा शव बरामद किया, जिसकी पहचान उदयपुर निवासी संजय सोनी (55) के रूप में हुई है। शव को आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद परिवार को सौंपा जाएगा। घटना के समय पार्थ अपनी मां के पास था। उसके चाचा निलेश सोनी ने बताया कि पार्थ इस हादसे से सदमे में है और वह कुछ नहीं बोल पा रहा, बस एकटक नदी की ओर देखता रहता है। पार्थ की दो बहनें, तेजस्विनी (17) और मानस्विनी (15), इस यात्रा में शामिल नहीं थीं और राजगढ़ में ही थीं।
ये सभी यात्री राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से आए एक ही परिवार के सदस्य थे, जो चारधाम यात्रा पर निकले थे। लेकिन यह यात्रा एक भयानक मोड़ पर जिंदगी की सबसे काली याद बन गई। 31-सीटर बस की भिड़ंत एक तेज रफ्तार ट्रक से एक तीखे मोड़ पर हुई, जिससे बस अलकनंदा नदी में गिर गई।
वहीं, पार्थ के माता-पिता के शव शुक्रवार को परिजनों को सौंप दिए गए, जो शनिवार तक उनके घर पहुंचेंगे। अंतिम संस्कार उसी दिन किया जाएगा। इस हादसे ने एक मासूम बच्चे की दुनिया को उजाड़ दिया है, अब वह केवल अपनी बहनों के साथ अनाथ रह गया है।