रुपये में सुधार, 88.60 प्रति डॉलर पर पहुंचा

रुपये की स्थिति में सुधार
बृहस्पतिवार को रुपये ने अपने ऐतिहासिक निचले स्तर से उबरते हुए 15 पैसे की वृद्धि के साथ 88.60 प्रति डॉलर का स्तर छू लिया।
विदेशी मुद्रा व्यापारियों के अनुसार, इस सप्ताह रुपये पर कई कारणों से दबाव बना हुआ है।
निवेशकों की धारणा पर प्रभाव
एच-1बी वीजा शुल्क में वृद्धि, अमेरिकी शुल्क और निरंतर विदेशी पूंजी निकासी जैसे कारकों ने निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया है।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपये की शुरुआत 88.65 पर हुई, और यह 88.60 के स्तर तक पहुंच गया, जो पिछले बंद भाव से 15 पैसे की वृद्धि दर्शाता है।
पिछले दिन की स्थिति
बुधवार को रुपये ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 88.75 के अपने सबसे निचले स्तर पर बंद किया था।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.13 प्रतिशत की गिरावट के साथ 97.75 पर पहुंच गया।
शेयर बाजार की स्थिति
घरेलू शेयर बाजारों में सेंसेक्स ने शुरुआती कारोबार में 141.32 अंक की गिरावट के साथ 81,574.31 अंक पर और निफ्टी 22.4 अंक गिरकर 25,034.50 अंक पर आ गया।
अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड की कीमत 0.36 प्रतिशत की गिरावट के साथ 69.06 डॉलर प्रति बैरल रही।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) ने बुधवार को 2,425.75 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।