रूस और यूक्रेन के बीच सैनिकों के शवों की अदला-बदली पर विवाद जारी

रूस की शव अदला-बदली की प्रक्रिया पर स्थिति
रूस के अधिकारियों ने रविवार को जानकारी दी कि वे युद्ध में मारे गए 6,000 सैनिकों के शवों के आदान-प्रदान के लिए कीव से आधिकारिक पुष्टि का इंतजार कर रहे हैं। रूस ने यह भी आरोप लगाया है कि यूक्रेन ने इस प्रक्रिया को रोक दिया है।
रूस ने युद्ध के मोर्चे पर बताया कि वह यूक्रेन के द्निप्रोपेट्रोव्स्क क्षेत्र में आगे बढ़ चुका है। सरकारी मीडिया के अनुसार, रूसी वार्ताकार समूह के प्रतिनिधि लेफ्टिनेंट जनरल अलेक्जेंडर जोरिन ने कहा कि रूस ने सीमा पर विनिमय स्थल पर यूक्रेनी सशस्त्र बलों के 1,212 शवों को पहुंचा दिया है और अब यूक्रेनी अधिकारियों से पुष्टि की प्रतीक्षा कर रहा है।
जोरिन ने यह भी बताया कि शवों के आदान-प्रदान की प्रक्रिया अगले सप्ताह तक स्थगित होने के संकेत मिले हैं। रूस और यूक्रेन ने शनिवार को एक-दूसरे पर युद्ध में मारे गए 6,000 सैनिकों के शवों की अदला-बदली की योजना को खतरे में डालने का आरोप लगाया, जो सोमवार को इस्तांबुल में हुई वार्ता के दौरान सहमति बनी थी।
हालांकि, इस वार्ता में युद्ध समाप्त करने की दिशा में कोई ठोस प्रगति नहीं हुई। रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने जोरिन के हवाले से यह सवाल उठाया कि क्या यह यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की का व्यक्तिगत निर्णय था कि यूक्रेन के शवों को नहीं लिया जाए या क्या इसे नाटो देशों द्वारा प्रतिबंधित किया गया था।
रूसी प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख व्लादिमीर मेडिंस्की ने कहा कि कीव ने शवों के आदान-प्रदान की प्रक्रिया को अंतिम समय में रोक दिया। मेडिंस्की ने शनिवार को एक टेलीग्राम पोस्ट में बताया कि रूस से यूक्रेनी सैनिकों के 1,200 से अधिक शवों को ले जाने वाले ‘रेफ्रिजरेटेड’ ट्रक पहले ही सहमति से तय स्थल पर पहुंच चुके हैं। इसके जवाब में, यूक्रेन ने आरोप लगाया कि रूस तथ्यों में हेरफेर कर रहा है।