रूस के खिलाफ अमेरिका की कड़ी चेतावनी, यूक्रेन में बढ़ते हमले
अमेरिका के राष्ट्रपति ने रूस को टैरिफ के मुद्दे पर चेतावनी दी है, जबकि यूक्रेन में रूस ने अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला किया है। इस हमले में कई शहरों को निशाना बनाया गया है, जिसमें कीव की कैबिनेट बिल्डिंग भी शामिल है। यूक्रेन की प्रधानमंत्री ने दुनिया से ठोस कदम उठाने की अपील की है, खासकर रूस के तेल और गैस पर प्रतिबंध लगाने की। जानें इस गंभीर स्थिति के बारे में और अधिक जानकारी।
Sep 8, 2025, 17:25 IST
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अमेरिका की धमकी और रूस का आक्रमण
अमेरिकी राष्ट्रपति लगातार रूस को टैरिफ के मुद्दे पर चेतावनी दे रहे हैं। वे उन देशों को निशाना बना रहे हैं जो रूस से तेल खरीदते हैं, यह मानते हुए कि इससे पुतिन को बातचीत की मेज पर लाया जा सकता है। अलास्का में असफल प्रयासों के बाद, ट्रंप ने रूस और उसके तेल खरीदने वाले देशों पर हमले तेज कर दिए हैं, उन्हें यूक्रेन युद्ध में हो रहे विनाश का जिम्मेदार ठहराते हुए। लेकिन रूसी राष्ट्रपति पुतिन यूक्रेन पर आक्रमण जारी रखे हुए हैं। फरवरी में युद्ध की शुरुआत के बाद, रूस ने पहली बार 805 ड्रोन और 13 मिसाइलों का उपयोग किया, जिनमें नौ स्कन्दर और चार स्कन्दर एम मिसाइलें शामिल थीं।
यूक्रेन पर रूस का सबसे बड़ा हवाई हमला
रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव सहित कई शहरों पर अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला किया है। इस हमले में रूस ने SOS ड्रोन और डिकॉय उपकरणों के साथ 13 प्रकार की मिसाइलें दागीं। यह हमला फरवरी 2022 में शुरू हुए युद्ध के बाद से सबसे बड़ा माना जा रहा है। पहली बार कीव में कैबिनेट बिल्डिंग को भी निशाना बनाया गया। यूक्रेन की एयरफोर्स ने 747 ड्रोन और 4 मिसाइलों को नष्ट करने की जानकारी दी, लेकिन फिर भी कई स्थानों पर हमले हुए। देशभर में 37 स्थानों पर 9 मिसाइलें और 56 ड्रोन गिरे। कीव में यूक्रेन सरकार की कैबिनेट बिल्डिंग की छत और ऊपरी मंजिलों को नुकसान पहुंचा। इस हमले में दो लोगों की मौत हुई, जिनमें एक महिला और उनकी 3 महीने की बच्ची शामिल हैं। 17 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
यूक्रेन की प्रधानमंत्री की अपील
यूक्रेन की पीएम बोलीं, रूस पर और कड़े प्रतिबंध लगे
यूक्रेन की प्रधानमंत्री यूलिया स्विरीडेनको ने कहा, 'हम इमारतों को फिर से बना लेंगे, लेकिन जिन जिंदगियों को हमने खोया है, उन्हें वापस नहीं ला सकते। दुनिया को इस हमले का जवाब ठोस कदमों से देना चाहिए, खासकर रूस के तेल और गैस पर प्रतिबंध कड़े करने की आवश्यकता है।' यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब यूरोपीय देशों के नेता पुतिन से युद्ध समाप्त करने की अपील कर रहे हैं। वहीं, 26 देशों ने युद्ध समाप्त होने के बाद यूक्रेन में सैनिक भेजने का वादा किया है।