रूस के साथ व्यापार पर ट्रंप की कड़ी चेतावनी
ट्रंप का स्पष्ट संदेश
न्यूयॉर्क: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर उन देशों को चेतावनी दी है जो रूस के साथ व्यापार कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो भी राष्ट्र रूस के साथ आर्थिक संबंध बनाए रखेंगे, उन्हें गंभीर प्रतिबंधों का सामना करना पड़ेगा। यह चेतावनी रूस की प्रमुख तेल कंपनियों—लुकोइल और सरकारी रोजनेफ्ट—पर हाल ही में लगाए गए नए प्रतिबंधों के संदर्भ में दी गई है।
ईरान पर भी नजर
रविवार को ट्रंप ने संकेत दिया कि ईरान को भी जल्द ही ब्लैकलिस्ट में शामिल किया जा सकता है। पाम बीच इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि रिपब्लिकन सांसद ऐसे कानून तैयार कर रहे हैं, जिनके तहत मास्को के साथ व्यापार करने वाले देशों पर कड़ी आर्थिक कार्रवाई की जा सकेगी।
कड़े प्रतिबंधों की संभावना
ट्रंप ने कहा कि रूस के साथ व्यापार करने वाले देशों को कड़े प्रतिबंधों का सामना करना पड़ेगा। प्रस्तावित कानून न केवल प्रतिबंधित कंपनियों पर, बल्कि उनसे जुड़े देशों पर भी द्वितीयक प्रतिबंध लागू कर सकता है। इस बीच, ईरान को अमेरिकी निशाने पर आने की आशंका भी बढ़ रही है।
अमेरिका की सख्ती
ट्रंप प्रशासन पहले भी रूस के साथ व्यापार करने वाले देशों पर सख्ती दिखा चुका है। यूक्रेन युद्ध के चलते बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका ने मास्को पर दबाव बढ़ा दिया है। वहीं, पुतिन ने कहा है कि कोई भी स्वाभिमानी देश दबाव में आकर निर्णय नहीं लेता और चेतावनी दी है कि प्रतिबंधों से वैश्विक तेल कीमतें बढ़ सकती हैं।
भारत पर पहले से लागू टैरिफ
यह ध्यान देने योग्य है कि अमेरिका पहले ही भारत पर 25% रेसिप्रोकल टैरिफ लगा चुका है। अगस्त में ट्रंप ने भारत पर आरोप लगाया था कि वह रूसी तेल और हथियार खरीदकर रूस की आर्थिक मदद कर रहा है, जिसके चलते टैरिफ बढ़ाकर 50% कर दिया गया, जो 27 अगस्त से लागू है। अमेरिकी वित्त मंत्रालय का कहना है कि यह कदम रूस की शांति वार्ता में गंभीरता न दिखाने के कारण उठाया गया है।
