रूस ने ईरान-इजराइल संघर्ष में मध्यस्थता की पेशकश की

ईरान और इजराइल के बीच बढ़ता तनाव
Iran Israel News : ईरान और इजराइल के बीच चल रहे संघर्ष के कारण स्थिति और भी गंभीर होती जा रही है। अमेरिका ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई से आत्मसमर्पण करने का आग्रह किया, लेकिन ईरान ने अमेरिका को शांत रहने की सलाह दी। इस घटनाक्रम के बाद स्थिति और बिगड़ गई है। अब एक प्रमुख नेता ने मध्यस्थता का प्रस्ताव रखा है।
रूस के राष्ट्रपति की मध्यस्थता की पेशकश
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ईरान और इजराइल के बीच चल रहे संघर्ष में मध्यस्थता की पेशकश की है। उन्होंने यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद के साथ बातचीत के दौरान कहा कि रूस इस मामले में मध्यस्थता के लिए तैयार है।
पुतिन ने तनाव कम करने के लिए संवाद की आवश्यकता पर जोर दिया। पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने पिछले सप्ताह कहा था कि वे इस विचार का स्वागत करेंगे कि पुतिन इस संघर्ष के मध्यस्थ बनें।
संघर्ष में मारे गए नागरिक
रूस और यूएई के नेताओं ने ईरान-इजराइल संघर्ष के बढ़ने पर गहरी चिंता व्यक्त की है, जो पूरे क्षेत्र के लिए गंभीर नकारात्मक परिणाम ला सकता है। इजराइल ने ईरान के सैन्य और परमाणु कार्यक्रमों पर हवाई हमले किए, जिसके जवाब में ईरान ने रॉकेट और ड्रोन से हमला किया। इस युद्ध के दौरान कई नागरिकों की जान गई है।
खामेनेई की हत्या की संभावनाएं
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि अमेरिकी सेना अयातुल्ला अली खामेनेई की हत्या करने की कोशिश कर सकती है। इसके साथ ही उन्होंने तेहरान से बिना शर्त आत्मसमर्पण करने का आग्रह किया, जिससे तनाव और बढ़ गया है।
इजरायल डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने कहा है कि उसने 13 जून से अब तक 1,100 ईरानी ठिकानों को निशाना बनाया है। टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, IDF ने बुधवार सुबह पश्चिमी ईरान में लगभग 40 ईरानी सैन्य ठिकानों को लक्ष्य बनाया। इस बीच, 110 भारतीय छात्रों को आर्मेनिया पहुंचाया गया है, जिनमें से 90 छात्र कश्मीर से हैं। ईरान में 4,000 से अधिक भारतीय नागरिक निवास करते हैं।