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रूस ने यूके पर लगाया आतंकवादी हमलों में मदद का आरोप

रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने हाल ही में एक विवादास्पद बयान में यूनाइटेड किंगडम पर यूक्रेन को आतंकवादी हमलों में सहायता देने का आरोप लगाया है। उन्होंने आतंकवादी खतरों में वृद्धि की आशंका जताते हुए कहा कि रूस अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेगा। इस बयान के बाद, रूस में सुरक्षा चिंताओं में वृद्धि हुई है, और विशेषज्ञों का मानना है कि यह आरोप वैश्विक कूटनीति में नए तनाव उत्पन्न कर सकता है। जानिए इस मुद्दे पर और क्या कहा गया।
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रूस ने यूके पर लगाया आतंकवादी हमलों में मदद का आरोप

रूस के विदेश मंत्री का विवादास्पद बयान

रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने 9 जून 2025 को फोरम ऑफ द फ्यूचर 2050 में एक चौंकाने वाला बयान दिया। उन्होंने कहा कि यूनाइटेड किंगडम यूक्रेन को रूस के खिलाफ आतंकवादी हमलों में पूरी तरह से समर्थन दे रहा है। यह बयान रूस-यूक्रेन संघर्ष के बीच तनाव को और बढ़ा सकता है।


आतंकवादी खतरों पर रूस की चेतावनी

आतंकवादी खतरों में वृद्धि की आशंका

लावरोव ने आतंकवादी खतरों में वृद्धि की संभावना को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “हम इन खतरों को देख रहे हैं और अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।” उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन की सरकार ने संघर्ष की शुरुआत से ही विभिन्न आतंकवादी तरीकों का सहारा लिया है।


हाल के हमलों का संदर्भ

ब्रायंस्क और कुर्स्क में पुलों का ढहना

लावरोव के बयान से पहले, 31 मई को ब्रायंस्क क्षेत्र में एक पुल ढह गया, जब उस पर वाहन और एक यात्री ट्रेन गुजर रही थी। इसके अगले दिन, कुर्स्क क्षेत्र में एक मालगाड़ी के गुजरने के दौरान एक और पुल ढह गया। इन घटनाओं ने रूस में सुरक्षा चिंताओं को बढ़ा दिया है।


पुतिन का बयान और शोक

रूसी राष्ट्रपति की प्रतिक्रिया

4 जून को, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इन घटनाओं को नागरिकों पर लक्षित हमले के रूप में वर्णित किया। उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, “यह एक सुनियोजित हमला था।” पुतिन ने मृतकों के परिजनों के लिए गहरी शोक संवेदना जताई और जांच के आदेश दिए।


अंतरराष्ट्रीय प्रभाव

रूस का आरोप और वैश्विक कूटनीति

लावरोव का यह बयान यूके और यूक्रेन के प्रति रूस के रुख को और कठोर बनाता है। यह वैश्विक कूटनीति में नए तनाव उत्पन्न कर सकता है, खासकर जब रूस-यूक्रेन संघर्ष पहले से ही जटिल है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह आरोप पश्चिमी देशों के साथ रूस के संबंधों को और प्रभावित कर सकता है।