रूस-यूक्रेन युद्ध में ड्रोन हमलों की बढ़ती भूमिका
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध में ड्रोन हमलों की भूमिका महत्वपूर्ण हो गई है। हाल ही में रूस ने एक दिन में 472 ड्रोन हमले किए, जो एक नया रिकॉर्ड है। यूक्रेन ने इनमें से अधिकांश ड्रोन को नष्ट करने का दावा किया है, लेकिन लगातार हमलों के कारण उसकी वायु रक्षा प्रणालियों पर भारी दबाव है। रूस ने शाहिद ड्रोन का उपयोग बढ़ाया है, जिससे उसकी सैन्य रणनीति में सुधार हुआ है। इस लेख में हम ड्रोन हमलों के प्रभाव, यूक्रेन की चुनौतियों और रूस की रणनीति पर चर्चा करेंगे।
Jun 7, 2025, 15:25 IST
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ड्रोन हमलों का नया रिकॉर्ड
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष में ड्रोन की भूमिका महत्वपूर्ण रही है, जो हाल के समय में और भी बढ़ गई है। रूस, जो यूक्रेन के अंदर गहराई तक हमला कर रहा है, ने घातक ड्रोन का बड़े पैमाने पर उपयोग किया है। एक जून को, रूस ने एक ही दिन में यूक्रेन के शहरों पर सबसे बड़ा ड्रोन हमला किया, जिसमें यूक्रेन की वायुसेना के अनुसार, 472 मानव रहित ड्रोन (ओडब्ल्यूए) का सामना करना पड़ा। यह रिकॉर्ड संभवतः लंबे समय तक कायम नहीं रहेगा, क्योंकि इससे पहले 26 मई को 355 ड्रोन हमले किए गए थे। इससे पहले, रूस ने 298 शाहिद ड्रोन के साथ एक नया कीर्तिमान स्थापित किया था। रूस लगातार ड्रोन की संख्या बढ़ा रहा है ताकि यूक्रेन को चकरा दिया जाए। हालांकि, यह बड़े पैमाने पर ओडब्ल्यूए ड्रोन हमले अन्य देशों के लिए चौंकाने वाली बात हो सकती है, लेकिन यह रूसी सेना की वर्षों की मेहनत का परिणाम है।
शाहिद ड्रोन का विकास और उपयोग
रूस ने शुरुआत में शाहिद ड्रोन को ईरान से खरीदा और 2023 में अपने देश में इन्हें असेंबल करने के लिए कारखाने की स्थापना की। इस उत्पादन पर नियंत्रण ने रूस को बड़ी संख्या में शाहिद ड्रोन बनाने का अवसर दिया। इससे उसे अपने ड्रोन को उन्नत बनाने में भी मदद मिली। गिराए गए शाहिद ड्रोन की जांच से पता चला है कि रूस ने इन पर कार्बन की परत चढ़ाई है, जिससे ये रडार की पकड़ में नहीं आते। इसके अलावा, इन ड्रोन में सिम कार्ड जोड़े जा रहे हैं ताकि वे मोबाइल नेटवर्क के माध्यम से डेटा वापस भेज सकें।
नए हथियारों का इस्तेमाल
यूक्रेन की मीडिया ने 20 मई को बताया कि शाहिद ड्रोन में नए आग लगाने वाले और विखंडित होने वाले मुखास्त्र का उपयोग किया जा रहा है, जो पहले आग लगाते हैं और फिर छर्रे फैलाते हैं। ये बदलाव ड्रोन की लागत को नियंत्रित रखने में मदद करते हैं, जो मिसाइलों की तुलना में एक बड़ा लाभ है। ये ड्रोन सस्ते और लंबी दूरी तक मार करने में सक्षम हैं, जिससे रूस जैसे हमलावर यूक्रेन में सैंकड़ों हमले कर सकते हैं।
यूक्रेन की चुनौतियाँ
यूक्रेन ने अधिकांश शाहिद ड्रोन को मार गिराने का दावा किया है, जिसमें से 382 ड्रोन को उसने नष्ट किया है, जिससे उसकी सफलता दर 81 प्रतिशत है। हालांकि, इन ड्रोन की लागत कम होने के कारण लगातार हमले करने से यूक्रेन की वायु रक्षा प्रणालियों पर भारी बोझ पड़ रहा है। कीव ने अपनी सुरक्षा के लिए भारी संसाधन जुटाए हैं, लेकिन इन प्रणालियों की मारक क्षमता सीमित है।
रूस की रणनीति
यूक्रेन के पास रूस की शाहिद ड्रोन उत्पादन फैक्टरियों पर हमले करने का विकल्प है, लेकिन रूस को अब भी इन हमलों में सैन्य लाभ मिलता नजर आ रहा है। पिछले साल के एक अध्ययन में यह पाया गया था कि रूस की ओडब्ल्यूए ड्रोन रणनीति ने यूक्रेन को बातचीत के लिए मजबूर करने में बहुत कम मदद की। अब भी यही स्थिति हो सकती है, लेकिन ड्रोन की संख्या और हमलों की तीव्रता का मतलब है कि रूस का लक्ष्य यूक्रेन की वायु रक्षा को कमजोर करना हो सकता है।
यूक्रेन की वायु रक्षा की स्थिति
यूक्रेन अमेरिकी सैन्य सहायता पर निर्भर है, और गोला-बारूद की कमी का खतरा मंडरा रहा है। इससे यूक्रेन के लिए आने वाले मिसाइलों को रोकना कठिन हो जाता है। यूक्रेन के पास अपने शाहिद ड्रोन का संस्करण है, लेकिन उनकी जानकारी सीमित है। रूस के लिए शाहिद ड्रोन का उपयोग केवल सैन्य लाभ के लिए नहीं है, बल्कि यह राजनीतिक हित भी रखता है। पुतिन ने इन हमलों का उपयोग अपनी ताकत दिखाने के लिए किया है।