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रूस-यूक्रेन युद्ध में नई तीव्रता: ड्रोन हमले के बाद रूस का जवाबी हमला

रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध में एक नई तीव्रता देखने को मिली है। यूक्रेन द्वारा किए गए ड्रोन हमले के जवाब में रूस ने सैकड़ों ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया, जिससे कई शहरों में तबाही मच गई। इस संघर्ष के पीछे की राजनीतिक बातचीत और सैन्य रणनीतियों पर एक नजर डालते हैं।
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रूस-यूक्रेन युद्ध में नई तीव्रता: ड्रोन हमले के बाद रूस का जवाबी हमला

रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ता तनाव

रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा संघर्ष एक बार फिर से गंभीर हो गया है। 1 जून 2025 को यूक्रेन द्वारा रूस के हवाई अड्डों पर किए गए ड्रोन हमलों के पांच दिन बाद, रूस ने जवाबी कार्रवाई की, जिसने यूक्रेन को हिलाकर रख दिया। रूस ने सैकड़ों ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइलों से यूक्रेन पर हमला किया, जिससे कई शहरों में भारी तबाही हुई। इस हमले में कम से कम पांच लोगों की जान गई, जबकि खार्किव में चार बच्चों समेत कई लोग घायल हुए हैं। यूक्रेन की राजधानी कीव और अन्य क्षेत्रों में हवाई रक्षा प्रणाली को सक्रिय कर दिया गया है, और कीव के ऑब्लास्ट और क्लीत्सचको में सायरन की आवाजें सुनाई दे रही हैं.


पुतिन और ट्रंप की बातचीत के बाद का हमला

यह हमला रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हाल ही में हुई एक घंटे की फोन वार्ता के कुछ ही घंटों बाद हुआ। इस बातचीत में पुतिन ने यूक्रेन के हमले का जवाब देने की अपनी योजना स्पष्ट की थी। ट्रंप ने पुतिन को शांत करने की कोशिश की, लेकिन रूसी राष्ट्रपति अपनी बात पर अड़े रहे.


यूक्रेन का साहसिक ड्रोन हमला

1 जून को, यूक्रेन ने रूस के चार हवाई अड्डों पर 'ऑपरेशन स्पाइडरवेब' नामक एक साहसिक ड्रोन हमला किया। इस हमले में यूक्रेन ने दावा किया कि उसने रूस के 41 युद्धक विमानों को नष्ट या क्षतिग्रस्त कर दिया, जिनमें परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम टीयू-95 और टीयू-22एम बॉम्बर शामिल थे। यह हमला रूस के लिए एक बड़ा झटका था, क्योंकि ये विमान उसकी सामरिक शक्ति का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। इस हमले ने न केवल रूस को सैन्य नुकसान पहुंचाया, बल्कि उसकी सुरक्षा प्रणाली की कमजोरियों को भी उजागर किया।


रूस का जवाबी हमला

रूस ने अपने जवाबी हमले में कोई कसर नहीं छोड़ी। रविवार की रात को, रूस ने यूक्रेन पर 355 ड्रोन और नौ क्रूज मिसाइलों का हमला किया, जिसे यूक्रेन की वायु सेना ने युद्ध का सबसे बड़ा ड्रोन हमला बताया। इसके अलावा, रूस ने बैलिस्टिक मिसाइलों का भी इस्तेमाल किया, जिनमें से कुछ उत्तर कोरिया निर्मित केएन-23 मिसाइलें थीं। इन हमलों ने कीव, ज़ाइटोमिर, खमेलनित्सकी और मायकोलाइव जैसे क्षेत्रों में भारी तबाही मचाई।