रूस-यूक्रेन युद्ध: सैनिकों की विद्रोह की कहानी और बर्बरता के सबूत

रूस-यूक्रेन संघर्ष की स्थिति
रूस-यूक्रेन युद्ध को लगभग तीन साल हो चुके हैं। अमेरिका सहित कई देशों ने इस संघर्ष को समाप्त करने के लिए प्रयास किए हैं, लेकिन पुतिन ने यूक्रेन को पूरी तरह से नष्ट करने की ठान ली है और वह इस युद्ध को खत्म करने के लिए तैयार नहीं हैं।
सैनिकों की थकान और विद्रोह
हालांकि, हाल के संकेत बताते हैं कि रूसी सैनिक अब इस युद्ध से थक चुके हैं और शांति की तलाश कर रहे हैं। हाल ही में आई एक रिपोर्ट ने सबको चौंका दिया है, जिसमें कहा गया है कि कई सैनिक युद्ध के मैदान से हटना चाहते हैं, लेकिन उन्हें बर्बरता का सामना करना पड़ रहा है।
सोशल मीडिया पर लीक हुए फुटेज
सोशल मीडिया पर लीक हुए एक वीडियो ने इस स्थिति की पुष्टि की है, जिसमें एक रूसी कमांडर को लड़ाई से इनकार करने पर पेड़ से बांधकर पीटा जा रहा है। यह खुलासा तब हुआ है जब रूस सैनिकों की संख्या बढ़ाने के लिए विभिन्न रणनीतियों का सहारा ले रहा है।
पिछले वीडियो में भी प्रताड़ना
इससे पहले मई में एक वीडियो सामने आया था, जिसमें रूसी सैनिक अपने साथियों को यूक्रेन के खिलाफ लड़ाई से मना करने पर बेरहमी से प्रताड़ित करते हुए दिखाई दे रहे थे।
सैनिकों की क्रूरता
हाल ही में एक सैनिक को युद्ध में भाग लेने से मना करने पर पेड़ से बांध दिया गया और उसके सिर पर बाल्टी रखी गई। बाल्टी हटाने के बाद उसके चेहरे पर बार-बार लातें मारी गईं। एक अन्य वीडियो में एक सैनिक को जीप से पीछे खींचते हुए दिखाया गया है।
डर और हिंसा का राज
बार्सिलोना स्थित एक संगठन ने बताया कि डर और हिंसा ही वह कारण हैं जो रूसी सेना को एकजुट रखते हैं। इस संगठन ने 1700 लोगों को भागने में मदद की है।
भागने पर सजा
अगर कोई सैनिक मोर्चे से भागता है, तो उसे 15 साल तक की जेल हो सकती है।
रूसी सैनिकों की भारी हानि
एक रिपोर्ट के अनुसार, फरवरी 2022 में यूक्रेन पर आक्रमण के बाद से लगभग 10 लाख रूसी सैनिक मारे जा चुके हैं या घायल हुए हैं। नाटो का अनुमान है कि 2025 में अकेले 1 लाख रूसी सैनिक मारे जाएंगे।