रूस-यूक्रेन शांति वार्ता में नई उम्मीदें, ट्रंप की चेतावनी

रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता की शुरुआत
Peace Talk Russia Ukraine: रूस और यूक्रेन के बीच पिछले सात हफ्तों में पहली बार शांति वार्ता का आयोजन किया गया है। यह महत्वपूर्ण बातचीत बुधवार को तुर्की के इस्तांबुल में हुई। दोनों देशों के प्रतिनिधि फिर से आमने-सामने आए हैं, लेकिन इस बार का माहौल कुछ अलग है, जिसका कारण अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सख्त चेतावनी है।
डोनाल्ड ट्रंप ने स्पष्ट रूप से कहा है कि यदि अगले 50 दिनों में रूस और यूक्रेन के बीच कोई शांति समझौता नहीं होता है, तो रूस और उसके साथ व्यापार करने वाले देशों पर नए और कड़े प्रतिबंध लगाए जाएंगे। ट्रंप की इस चेतावनी ने अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल पैदा कर दी है और रूस पर दबाव बढ़ता जा रहा है।
यूक्रेन की अपेक्षाएँ
क्या चाहता है यूक्रेन?
यूक्रेन की इच्छा है कि यह वार्ता दोनों देशों के राष्ट्रपतियों, वोलोदिमीर जेलेंस्की और व्लादिमीर पुतिन के बीच सीधी बातचीत का मार्ग प्रशस्त करे। यदि यह शिखर वार्ता सफल होती है, तो यह युद्ध समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है। हालांकि, क्रेमलिन ने इस वार्ता से किसी बड़े परिणाम की उम्मीद नहीं जताई है।
ट्रंप और जेलेंस्की के बीच संबंध
ट्रंप और जेलेंस्की के रिश्ते
इससे पहले 16 मई और 2 जून को हुई बैठकों में दोनों देशों ने युद्धबंदियों और मृत सैनिकों के शवों का आदान-प्रदान किया था। हालांकि, ये बैठकें छोटी थीं और शांति के लिए कोई ठोस परिणाम नहीं निकला। दिलचस्प बात यह है कि ट्रंप और जेलेंस्की के बीच जो रिश्ते पहले तनावपूर्ण थे, अब वे बेहतर हो रहे हैं। व्हाइट हाउस में हुई बहस के बाद दोनों नेताओं के बीच संवाद में गर्मजोशी देखी जा रही है। वहीं, ट्रंप की पुतिन के प्रति नाराजगी बढ़ती जा रही है।