रूसी राष्ट्रपति पुतिन का भारत दौरा: भारत-रूस के बीच महत्वपूर्ण सैन्य समझौता
भारत-रूस संबंधों में नया मोड़
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन गुरुवार को भारत की यात्रा पर आ रहे हैं। इस दौरे से पहले, भारत और रूस के बीच एक महत्वपूर्ण सैन्य समझौता संपन्न हुआ है। रूस की संसद के निचले सदन, स्टेट ड्यूमा ने मंगलवार को इस समझौते को मंजूरी दी। इस समझौते के तहत, दोनों देशों की सेनाओं के बीच संयुक्त अभ्यास, बचाव कार्य और मानवीय प्रयासों को सुगम बनाया जाएगा। इसके अतिरिक्त, भारत और रूस एक-दूसरे की भूमि पर कानूनी रूप से सैन्य बल और सामग्री तैनात कर सकेंगे।
अमेरिका की प्रतिक्रिया
भारत और रूस के बीच इस समझौते से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नाराजगी और बढ़ सकती है। ट्रंप पहले ही भारत द्वारा रूस से तेल खरीदने को लेकर असंतोष व्यक्त कर चुके हैं। इसके विरोध में, उन्होंने भारत पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाया है। पुतिन का यह दौरा 2021 के बाद भारत का उनका पहला दौरा होगा। भारत सरकार ने पुतिन के दौरे के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं, जिसमें उन्हें फोर्ट्रेस सिक्योरिटी प्रदान की जाएगी।
मोदी और पुतिन के बीच चर्चा के मुद्दे
पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है। रक्षा सहयोग इस बैठक के एजेंडे में प्रमुखता से शामिल हो सकता है। भारत और रूस के बीच रक्षा क्षेत्र में सहयोग 1960 के दशक से चल रहा है। भारत ने रूस सहित अन्य मित्र देशों की रक्षा कंपनियों को घरेलू हथियार निर्माण में सहयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया है, ताकि प्रधानमंत्री मोदी की 'मेक इन इंडिया' पहल को बढ़ावा मिल सके।
