रूसी राष्ट्रपति पुतिन के सम्मान में भव्य भोज: भारत-रूस संबंधों की नई ऊँचाई
विशेष भोज का आयोजन
शुक्रवार की रात, राष्ट्रपति भवन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सम्मान में एक भव्य राजकीय भोज का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम शाम से शुरू होकर लगभग 9 बजे तक राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में चला, जहां पुतिन अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ उपस्थित थे। इस विशेष भोज में भारत और रूस के पारंपरिक व्यंजनों का अद्भुत संगम देखने को मिला।
भोज में शामिल मेहमान
इस भोज में उप राष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्रिमंडल के कई सदस्य, उद्योग जगत के प्रमुख व्यक्ति, सांस्कृतिक क्षेत्र की मशहूर हस्तियां और कुल मिलाकर 150 से अधिक मेहमान शामिल हुए।
राष्ट्रपति भवन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, पुतिन के आगमन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनका स्वागत किया। राष्ट्रपति मुर्मू ने भारत और रूस के बीच लंबे समय से चली आ रही विशेष रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने में पुतिन की भूमिका की सराहना की। दोनों नेताओं ने विश्वास व्यक्त किया कि भविष्य में भारत-रूस संबंध और भी मजबूत होंगे।
सांस्कृतिक धरोहर का प्रदर्शन
भोज में भारत की समृद्ध मेहमाननवाजी और विविधता को रचनात्मक तरीके से प्रदर्शित किया गया। मेन्यू में रूसी बोरश्च और कश्मीरी वाजवान जैसे व्यंजन शामिल थे, जो दोनों देशों के स्वादों का सुंदर मेल दर्शाते हैं। रिपोर्टों के अनुसार, भोज के दौरान भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना के संगीतकारों द्वारा तैयार ट्राई-सर्विसेज मिलिट्री बैंड ने भारत और रूस के लोकप्रिय धुनों पर लाइव प्रस्तुति दी। बैंड ने 'सारे जहाँ से अच्छा' और 'कदम-कदम बढ़ाए जा' जैसी देशभक्ति धुनों का विशेष प्रदर्शन किया।
पुतिन की पसंद और 2018 की यादें
2018 में पुतिन के सम्मान में हैदराबाद हाउस में आयोजित भोज में सैल्मन फिलेट, रोस्टेड लैम्ब, क्रीमी चिकन, वॉटरमेलन क्रीम सूप और कमल-ककड़ी के कबाब जैसे व्यंजन परोसे गए थे। माना जा रहा है कि इस बार के मेन्यू में भी कुछ ऐसे ही व्यंजन शामिल किए गए होंगे।
73 वर्षीय पुतिन सरल और हाई-प्रोटीन आधारित भोजन पसंद करते हैं। उन्हें रूसी कॉटेज चीज ट्वोरोग, शहद मिला दलिया, क्वेल अंडे, भेड़ के मांस की डिशेज, स्मोक्ड स्टर्जन और हल्के सलाद बेहद पसंद हैं। वे मीठा और ज्यादा मसालेदार भोजन कम ही खाते हैं, हालांकि कभी-कभार पिस्ता आइसक्रीम का स्वाद लेना नहीं भूलते।
