रेवाड़ी नगर परिषद को नगर निगम का दर्जा देने की मांग

रेवाड़ी विधायक की विधानसभा में मांग
रेवाड़ी विधायक लक्ष्मण सिंह यादव ने हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र में रेवाड़ी नगर परिषद को नगर निगम का दर्जा देने की जोरदार मांग की। उन्होंने इस मुद्दे को तथ्यों और तर्कों के साथ प्रस्तुत किया, जिस पर प्रदेश के शहरी निकाय मंत्री विपुल गोयल ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और आश्वासन दिया कि सरकार इस पर गंभीरता से विचार करेगी।
जनसंख्या आंकड़ों पर उठाए सवाल
विधायक ने सदन में कहा कि सरकार के पास मौजूद जनसंख्या आंकड़े वास्तविकता को नहीं दर्शाते। उन्होंने बताया कि वर्ष 2017 की जनगणना के अनुसार रेवाड़ी की जनसंख्या 1.87 लाख थी, जो अब अप्रासंगिक हो चुकी है। केवल शहर की वोटर लिस्ट में 1.15 लाख से अधिक मतदाता हैं, और यदि इन आंकड़ों को दोगुना किया जाए, तो रेवाड़ी की वास्तविक जनसंख्या लगभग 2.30 लाख के करीब हो सकती है।
नवविकसित कॉलोनियों और गांवों को भी जोड़ा गया तर्क में
विधायक ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में रेवाड़ी में 15 से अधिक बड़ी रिहायशी कॉलोनियां विकसित हुई हैं, जिनमें से कुछ में दो हजार, कुछ में तीन और कुछ में पांच हजार से अधिक लोग निवास कर रहे हैं। यदि इन्हें भी शामिल किया जाए, तो रेवाड़ी की जनसंख्या तीन लाख से अधिक हो जाती है। इसके अलावा, शहर की सीमा में आने वाले कई गांवों ने भी रेवाड़ी नगर परिषद में शामिल होने की इच्छा व्यक्त की है। इन सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए, रेवाड़ी नगर निगम बनने की सभी आवश्यक शर्तें पूरी होती हैं।
सरकार का जवाब: नियमों के तहत होगा विचार
शहरी निकाय मंत्री विपुल गोयल ने विधायक की मांग पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नगर निगम, नगर परिषद या नगरपालिका बनाने के लिए स्पष्ट नियमावली है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में रेवाड़ी की अनुमानित जनसंख्या 2.29 लाख है। यदि आगामी जनगणना में यह आंकड़ा 3 लाख या उससे अधिक होता है, तो सरकार रेवाड़ी को नगर निगम का दर्जा देने पर विचार करेगी।