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रेवाड़ी में बीडीपीओ को 35,000 रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा गया

मेवात एंटी करप्शन ब्यूरो ने रेवाड़ी के बीडीपीओ सौरव उपाध्याय को 35,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई ब्लॉक चेयरपर्सन के पति की शिकायत पर की गई थी। बीडीपीओ पर विकास कार्यों के बिल पास करने के लिए कमीशन मांगने का आरोप है। एसीबी ने इस मामले में गहन जांच शुरू कर दी है। जानें इस भ्रष्टाचार के मामले में और क्या हुआ।
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रेवाड़ी में बीडीपीओ को 35,000 रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा गया

भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी की कार्रवाई



  • ब्लॉक चेयरपर्सन के पति की शिकायत पर हुई कार्रवाई


रेवाड़ी। मेवात एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने रेवाड़ी के खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी (बीडीपीओ) सौरव उपाध्याय को 35,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई रेवाड़ी ब्लॉक समिति की चेयरपर्सन के पति रविंद्र खोला की शिकायत पर की गई। बीडीपीओ पर विकास कार्यों के बिल पास करने के लिए कमीशन मांगने का आरोप है।


रिश्वत की मांग और शिकायत की प्रक्रिया

रविंद्र खोला ने एंटी करप्शन ब्यूरो को दी गई शिकायत में बताया कि रेवाड़ी ब्लॉक क्षेत्र में पंचायत समिति द्वारा लगभग 50 लाख रुपये के विकास कार्य कराए गए थे। इन कार्यों की पेमेंट के लिए बीडीपीओ ने 10 प्रतिशत कमीशन की मांग की। लगातार दबाव के बाद 35,000 रुपये की रिश्वत तय की गई। परेशान होकर रविंद्र ने एसीबी को शिकायत की। शिकायत की पुष्टि के बाद एसीबी ने एक विशेष टीम का गठन किया।


ड्यूटी मजिस्ट्रेट की नियुक्ति


सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता अजय चौहान को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था। दोपहर के समय जब बीडीपीओ ने रिश्वत की राशि ली, एसीबी टीम ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया। कार्रवाई के दौरान पूरी राशि भी बरामद कर ली गई। एसीबी ने आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।


सरकारी कार्यालयों में रिश्वतखोरी की समस्या

एसीबी की लगातार कार्रवाई के बावजूद सरकारी कार्यालयों में रिश्वत और कमीशनखोरी के मामले थम नहीं रहे हैं। दिसंबर में यह एसीबी की दूसरी बड़ी कार्रवाई है। कुछ दिन पहले ही एसीबी ने बावल से बिजली निगम के दो कर्मचारियों को 20,000 रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा था।