रेवाड़ी में भ्रूण हत्या रोकने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी

पौष्टिक आहार की आवश्यकता
- छोटे बच्चों को नियमित रूप से मिलना चाहिए पौष्टिक आहार
(रेवाड़ी समाचार) रेवाड़ी। जिला कलेक्टर अभिषेक मीणा ने कहा है कि भ्रूण हत्या को रोकने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को हर गर्भवती महिला का पंजीकरण करना अनिवार्य है। जब कोई महिला बच्चे को जन्म देती है, तो यह सुनिश्चित करें कि उसका पंजीकरण हुआ है या नहीं।
गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए पौष्टिक आहार
डीसी अभिषेक मीणा ने आज लघु सचिवालय सभागार में महिला एवं बाल विकास विभाग की योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को गर्भवती महिलाओं और बच्चों को पौष्टिक आहार नियमित रूप से प्रदान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि दो महत्वपूर्ण बिंदुओं पर ध्यान देना आवश्यक है: पहला, गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण आंगनबाड़ी केंद्र में होना चाहिए, और दूसरा, कमजोर स्वास्थ्य वाले बच्चों का रिकॉर्ड रखना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि सभी गर्भवती महिलाओं और 6 साल से कम उम्र के बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण होना चाहिए।
आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति
बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग की कार्यक्रम अधिकारी शालू यादव ने बताया कि जिले में वर्तमान में 1099 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं, जहां 3 से 6 साल के 8,446 बच्चे उपस्थित हैं। इसके अलावा, 6 महीने से 3 साल के 13,000 बच्चों को पौष्टिक आहार दिया जा रहा है।
उन्होंने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना, हरिहर स्कीम, और किचन गार्डन जैसी योजनाओं की जानकारी भी साझा की। इस बैठक में अन्य अधिकारियों के साथ-साथ आंगनबाड़ी सुपरवाइजर और बाल विकास अधिकारी भी उपस्थित थे।