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रेवाड़ी में शिक्षक द्वारा नाबालिग छात्राओं के साथ अश्लील हरकतें: आरोपी गिरफ्तार

हरियाणा के रेवाड़ी जिले में एक सरकारी स्कूल के शिक्षक पर नाबालिग छात्राओं के साथ अश्लील हरकतें करने का गंभीर आरोप लगा है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। यह मामला न केवल शिक्षा व्यवस्था की गरिमा को ठेस पहुंचाता है, बल्कि बच्चों की सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल उठाता है। अभिभावकों की शिकायत के बाद, पुलिस ने POCSO एक्ट के तहत मामला दर्ज किया और आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इस घटना ने स्कूलों में नाबालिगों की सुरक्षा को लेकर गहन चिंतन की आवश्यकता जताई है।
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रेवाड़ी में शिक्षक द्वारा नाबालिग छात्राओं के साथ अश्लील हरकतें: आरोपी गिरफ्तार

रेवाड़ी शिक्षक दुर्व्यवहार मामला: आरोपी की गिरफ्तारी

रेवाड़ी शिक्षक दुर्व्यवहार मामला: हरियाणा के रेवाड़ी जिले के एक सरकारी स्कूल में गंभीर आरोप सामने आए हैं। पुलिस ने उस शिक्षक को गिरफ्तार किया है, जो स्कूल में पढ़ने वाली नाबालिग छात्राओं के साथ अश्लील व्यवहार करता था।


18 जुलाई को एक छात्रा के अभिभावक ने शिकायत दर्ज कराई, जिसमें बताया गया कि सुबह 11 बजे एक शिक्षक ने उनकी बेटी को स्टाफ रूम में भेजा। जब छात्रा वहां पहुंची, तो आरोपी पहले से ही मौजूद था। लौटने के प्रयास में उसने लड़की के साथ अनुचित व्यवहार किया।


छात्रा ने इस घटना की जानकारी अपने परिवार को दी, जिन्होंने स्कूल जाकर अन्य अभिभावकों से चर्चा की। पता चला कि दो और छात्राओं के साथ भी वही शिक्षक ऐसी हरकतें कर चुका है। यह मामला बेहद गंभीर था, जिससे स्कूल प्रशासन और स्थानीय समुदाय में चिंता का माहौल बन गया।


पुलिस की त्वरित कार्रवाई: आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया


रेवाड़ी के डीएसपी जोगेंद्र शर्मा ने बताया कि पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी शिक्षक के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया और जांच शुरू की।


चूंकि मामला नाबालिग छात्राओं से संबंधित था, इसलिए POCSO एक्ट लागू किया गया। जांच पूरी होने के बाद, बुधवार को आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार किया गया और उसे अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।


पुलिस की सक्रियता और गंभीरता से इस मामले में पीड़ित परिवारों को कुछ राहत मिली है। हालांकि, यह घटना शिक्षा व्यवस्था में बच्चों की सुरक्षा पर सवाल उठाती है।


बच्चों की सुरक्षा पर चिंता और स्कूल प्रशासन की जिम्मेदारी


इस घटना ने स्कूलों में नाबालिग छात्राओं की सुरक्षा को लेकर गहन चिंतन की आवश्यकता जताई है। स्कूल जैसे सुरक्षित वातावरण में ऐसी हरकतें शिक्षा व्यवस्था की गरिमा को ठेस पहुंचाती हैं।


ऐसे मामलों में स्कूल प्रशासन को तुरंत सचेत रहकर कार्रवाई करनी चाहिए। बच्चों की मानसिक स्थिति और भविष्य दोनों इस तरह के घटनाक्रम से प्रभावित होते हैं। यह बेहद जरूरी है कि सभी शैक्षणिक संस्थानों में कड़ी निगरानी, प्रशिक्षित स्टाफ और शिकायत निवारण तंत्र सक्रिय हों।


रेवाड़ी जैसे शांत जिले में यह घटना एक चेतावनी है कि अपराध कहीं भी हो सकता है, बस जरूरत है समय रहते कार्रवाई और समाज की जागरूकता की।