रोहतक गैंगवार: 300 युवा और 10 गैंग, खतरनाक स्थिति

रोहतक गैंगवार: एक गंभीर समस्या
रोहतक में गैंगवार की घटनाएं 2025 में चिंता का विषय बन गई हैं। हरियाणा के इस जिले में 10 से अधिक गैंग सक्रिय हैं, जिनमें 16 से 22 वर्ष के 300 से ज्यादा युवा शामिल हैं। पुरानी दुश्मनी के कारण हर साल कई हत्याएं हो रही हैं। पुलिस ने 137 गैंग सदस्यों पर नजर रखी हुई है। आइए, इस खतरनाक स्थिति और पुलिस की कार्रवाई को समझते हैं।
पुरानी दुश्मनी और गैंगवार का इतिहास
रोहतक में गैंगवार का इतिहास काफी पुराना है। 2018 में आनंदपाल की हत्या ने इस समस्या को और बढ़ा दिया। आनंद की पत्नी के बयान पर सांपला थाने में अनिल छिप्पी और संदीप उर्फ काला जठेड़ी सहित 20 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। रिटौली गांव में हिमांशु उर्फ भाऊ और सन्नी गैंगस्टर के बीच चल रही रंजिश ने हालात को और बिगाड़ दिया है।
गैंगवार की गंभीरता
रोहतक गैंगवार 2025 में कारोर क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित है। 24 साल पुरानी दुश्मनी में अब तक 18 हत्याएं हो चुकी हैं। छिप्पी और छाजू गैंग के बीच टकराव जारी है। बागपत के दीपक फुर्तीला ने इन गैंगों को हथियार मुहैया कराए हैं। यह स्थिति सड़क अपराध का खतरनाक रूप दर्शाती है।
विदेश से गैंग और पुलिस की कार्रवाई
हिमांशु उर्फ भाऊ विदेश में रहकर गैंग का संचालन कर रहा है, जबकि सन्नी और अंकित उर्फ रिटौलिया स्थानीय स्तर पर सक्रिय हैं। झज्जर पुलिस ने सन्नी और रवि को गिरफ्तार किया है। आर्म्स एक्ट के तहत जमानत मिलने के बाद सन्नी को 2024 में फिर से गिरफ्तार किया गया। रोहतक पुलिस ने 137 गैंग सदस्यों का रिकॉर्ड तैयार किया है और जल्द ही सख्त कार्रवाई की योजना बनाई जा रही है।
युवाओं का भविष्य और पुलिस की चुनौती
रोहतक में 16 से 22 वर्ष के 300 से अधिक युवा गैंग में शामिल हैं। पुरानी दुश्मनी उन्हें अपराध की ओर ले जा रही है। गैंगवार से व्यापार और सामान्य जीवन प्रभावित हो रहा है। रोहतक पुलिस गैंगस्टरों पर नियंत्रण पाने के लिए तैयार है। यह स्थिति चिंताजनक है और समाज को मिलकर युवाओं को सही दिशा दिखानी होगी।