रोहतक बॉक्सिंग कोच विवाद: नाबालिग खिलाड़ी के यौन शोषण के आरोप

रोहतक बॉक्सिंग कोच विवाद: नाबालिग खिलाड़ी के यौन शोषण के आरोप
रोहतक बॉक्सिंग कोच विवाद: हरियाणा में खेल क्षेत्र में हलचल मचाने वाला रोहतक बॉक्सिंग कोच विवाद सामने आया है। हिसार की एक युवा वर्ल्ड मेडलिस्ट बॉक्सिंग खिलाड़ी की मां ने महिला कोच पर यौन शोषण और मानसिक उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं।
यह घटना आयरलैंड में आयोजित एक प्रशिक्षण दौरे के दौरान हुई। रोहतक के अर्बन एस्टेट थाने में पॉक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। यह मामला खेल प्रशिक्षण और खिलाड़ियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाता है। आइए, इस विवाद की पूरी जानकारी पर नजर डालते हैं।
आयरलैंड दौरे में गंभीर आरोप
रोहतक बॉक्सिंग कोच विवाद की शुरुआत 24 मार्च से 3 अप्रैल 2025 तक आयरलैंड में हुए प्रशिक्षण दौरे से हुई। नाबालिग खिलाड़ी की मां का आरोप है कि महिला कोच ने उनकी बेटी के प्राइवेट पार्ट को छूने का प्रयास किया।
कोच ने एक पत्र लिखवाने का दबाव डाला, जिसमें खिलाड़ी पर लड़कों से बात करने का आरोप लगाया गया। इसके अलावा, कोच ने उसे अपमानित करने के लिए लड़कों के चेंजिंग रूम के सामने एक्सरसाइज करने के लिए मजबूर किया। मां ने बताया कि कोच ने थप्पड़ मारकर और मानसिक उत्पीड़न कर नाबालिग को डराया।
हॉस्टल में असुरक्षा और शिकायत
महिला ने आगे बताया कि हॉस्टल में उनकी बेटी के अंतर्वस्त्र चोरी हुए और बेड में सुई चुभाई गई। इन घटनाओं ने नाबालिग खिलाड़ी को मानसिक रूप से तोड़ दिया। मां ने खेल विभाग और बॉक्सिंग फेडरेशन को ईमेल के माध्यम से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
इसके बाद उन्होंने रोहतक पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। अर्बन एस्टेट थाना प्रभारी प्रदीप कुमार ने पुष्टि की कि पॉक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। यह मामला खिलाड़ियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाता है।
खेल जगत पर प्रभाव
रोहतक बॉक्सिंग कोच विवाद ने खेल प्रशिक्षण की सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा को जन्म दिया है। नाबालिग खिलाड़ी के साथ हुई इस घटना ने प्रशंसकों और अभिभावकों में चिंता पैदा की है। पुलिस की जांच से सच सामने आएगा।
यह मामला खेल संगठनों को खिलाड़ियों की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाने के लिए मजबूर करेगा। मां ने न्याय की मांग की है। लोग इस मामले पर सोशल मीडिया पर अपनी राय व्यक्त कर रहे हैं। यह घटना खेल जगत में सुधार की आवश्यकता को उजागर करती है।