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लखनऊ में साइबर ठगी: पूर्व अधिकारी को 48 घंटे तक बंधक बनाकर लूटे 12 लाख रुपये

लखनऊ में एक पूर्व केंद्रीय अधिकारी को साइबर ठगों ने 48 घंटे तक बंधक बनाकर 12 लाख रुपये की ठगी की। जालसाजों ने उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग और अश्लील संदेश भेजने के आरोप में जेल भेजने की धमकी दी। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। जानिए इस खौफनाक घटना की पूरी कहानी और पुलिस की कार्रवाई के बारे में।
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लखनऊ में साइबर ठगी: पूर्व अधिकारी को 48 घंटे तक बंधक बनाकर लूटे 12 लाख रुपये

साइबर ठगी का नया तरीका

लखनऊ: राजधानी लखनऊ में एक चौंकाने वाला साइबर ठगी का मामला सामने आया है। ठगों ने केंद्रीय मंत्रालय से रिटायर हुए एक संयुक्त निदेशक को 48 घंटे तक 'डिजिटल अरेस्ट' में रखा। उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग और 200 महिलाओं को अश्लील संदेश भेजने के आरोप में जेल भेजने की धमकी देकर 12 लाख रुपये की राशि वसूल की गई। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।


पीड़ित का अनुभव

यह घटना गोमतीनगर के विरामखंड में हुई, जहां 77 वर्षीय कृपा शंकर गौतम, जो केंद्रीय मंत्रालय में संयुक्त निदेशक के पद से रिटायर हुए हैं, इस ठगी का शिकार बने। उन्होंने पुलिस को बताया कि 2 सितंबर को एक अनजान नंबर से फोन आया। फोन करने वाली महिला ने खुद को टेलीकॉम कंपनी की कर्मचारी बताते हुए कहा कि उनका सिम कार्ड बंद होने वाला है। जब उन्होंने कारण पूछा, तो महिला ने कहा कि उनका आधार कार्ड मनी लॉन्ड्रिंग में इस्तेमाल हुआ है और फोन काट दिया।


जालसाजों का डराने का तरीका

कुछ समय बाद, कृपा शंकर को एक वीडियो कॉल आई जिसमें एक व्यक्ति पुलिस की वर्दी में था। उसने अपना नाम गोपेश कुमार बताया और पूछा कि क्या उनका आधार कार्ड कभी खोया था। कृपा शंकर ने स्वीकार किया कि उन्होंने कुछ महीने पहले बेंगलुरु में अपना आधार कार्ड खो दिया था। इसके बाद जालसाज ने उन्हें डराते हुए कहा कि उनके आधार कार्ड का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग में किया गया है।


फर्जी गिरफ्तारी वारंट

जालसाज ने उन्हें बताया कि इस मामले में एक सांसद, एक पुलिसकर्मी और एक बैंक मैनेजर के साथ-साथ वे भी आरोपी हैं। इसके बाद फोन एक कथित डीसीपी को ट्रांसफर किया गया, जिसने उन्हें एक फर्जी गिरफ्तारी वारंट दिखाया। जालसाजों ने उन्हें धमकाया कि पुलिस उनके पीछे है और उन्हें एक कमरे में बंद रहने को कहा। इस तरह उन्होंने कृपा शंकर को दो दिनों तक बाहरी दुनिया से काट दिया।


बैंक से पैसे ट्रांसफर

जालसाजों ने डराकर उनके बैंक खाते की जानकारी ले ली और 3 सितंबर को उन्हें बैंक जाने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि सादे कपड़ों में पुलिस उन पर नजर रख रही है, इसलिए किसी से बात न करें। डर के साए में कृपा शंकर ने अपने खाते से 12 लाख रुपये जालसाजों द्वारा बताए गए इंडसइंड बैंक के खाते में ट्रांसफर कर दिए।


पुलिस की कार्रवाई

इस बीच, उनकी भतीजी घर आई और जालसाजों ने घबराकर फोन काट दिया। भतीजी ने पूरी घटना की जानकारी लेकर पुलिस में शिकायत करने की सलाह दी। साइबर क्राइम थाने के इंस्पेक्टर बृजेश कुमार यादव ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है।