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लुधियाना उपचुनाव में आप की बढ़त: संजीव अरोड़ा ने 2844 वोटों से की लीड

लुधियाना पश्चिमी विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में आम आदमी पार्टी के संजीव अरोड़ा ने चार राउंड की गणना के बाद 2844 वोटों की बढ़त बनाई है। यह उपचुनाव न केवल पंजाब में आम आदमी पार्टी की राजनीतिक दिशा को निर्धारित करेगा, बल्कि 2027 के चुनावों के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगा। जानें इस चुनाव के परिणामों का क्या महत्व है और किस दल की स्थिति मजबूत हो सकती है।
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लुधियाना उपचुनाव में आप की बढ़त: संजीव अरोड़ा ने 2844 वोटों से की लीड

लुधियाना उपचुनाव की मतगणना जारी


चार राउंड की गणना में संजीव अरोड़ा ने 2844 वोटों की बढ़त बनाई


लुधियाना पश्चिमी विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव की मतगणना अभी चल रही है। चार राउंड की गणना के बाद, आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार संजीव अरोड़ा ने लीड बनाई है। पहले राउंड से ही अरोड़ा ने बढ़त बनाए रखी है। कांग्रेस और भाजपा के उम्मीदवार दूसरे और तीसरे स्थान के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। चौथे राउंड के बाद, अरोड़ा की लीड 2844 वोटों तक पहुंच गई है। इस सीट पर मतदान 19 जून को हुआ था और कुल 14 राउंड में मतगणना की जानी है।


उपचुनाव का महत्व

2027 के चुनावों की दिशा तय करेगा यह उपचुनाव


यह उपचुनाव पंजाब में आम आदमी पार्टी की राजनीतिक दिशा को निर्धारित करेगा। इसके परिणाम कांग्रेस, शिरोमणि अकाली दल और भाजपा के उम्मीदवारों के लिए भी महत्वपूर्ण होंगे। इस सीट के परिणाम यह तय करेंगे कि 2027 में होने वाले चुनाव किस राजनीतिक दल के पक्ष में जाएंगे।


इस चुनाव के नतीजे यह भी बताएंगे कि राज्य में किस दल की स्थिति मजबूत है। यदि विपक्षी दलों में से कोई भी उम्मीदवार जीतता है, तो यह आम आदमी पार्टी के लिए एक चेतावनी होगी, क्योंकि आमतौर पर उपचुनाव में सत्ताधारी दल की जीत होती है।


आप के लिए जीत का महत्व

संजीव अरोड़ा की जीत से कार्यकर्ताओं में उत्साह बढ़ेगा


यदि आम आदमी पार्टी के संजीव अरोड़ा जीतते हैं, तो यह उनके कार्यकर्ताओं के लिए एक प्रोत्साहन होगा। दूसरी ओर, यदि कांग्रेस के भारत भूषण आशु जीतते हैं, तो यह उनके राजनीतिक करियर के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित होगा और 2027 के विधानसभा चुनाव में पार्टी की स्थिति को मजबूत करेगा।


संजीव अरोड़ा की जीत से राज्यसभा में पंजाब की एक सीट खाली होगी, जिससे कयास लगाए जा रहे हैं कि आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल या पंजाब के प्रभारी मनीष सिसोदिया संसद में प्रवेश कर सकते हैं।