लेह में हिंसक प्रदर्शनों के बाद कर्फ्यू लागू, सोनम वांगचुक पर आरोप

लेह में हिंसक प्रदर्शनों का हाल
- हिंसक प्रदर्शनों में 4 लोगों की मौत
लेह: लद्दाख की राजधानी में बुधवार को हुए हिंसक प्रदर्शनों के कारण 4 व्यक्तियों की जान चली गई और 30 अन्य घायल हुए हैं। इसके परिणामस्वरूप, यहां कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। केंद्र सरकार का आरोप है कि प्रसिद्ध पर्यावरणविद सोनम वांगचुक ने प्रदर्शनकारियों को हिंसा के लिए उकसाया। वांगचुक पिछले 15 दिनों से अनशन पर थे, और उनके समर्थन में युवा और छात्र भी हड़ताल पर थे। हालात बिगड़ने के बाद, वांगचुक ने अपना अनशन समाप्त कर दिया।
झड़पों में सुरक्षाकर्मी भी घायल
प्रदर्शनकारियों ने लद्दाख को राज्य का दर्जा और छठी अनुसूची का दर्जा देने की मांग की। 15 लोग 10 सितंबर से भूख हड़ताल पर थे, जिनमें से दो की तबीयत बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके बाद, लेह एपिक्स बॉडी (एलएबी) के युवा विंग ने विरोध प्रदर्शन और बंद का आह्वान किया।
बीजेपी कार्यालय में आग लगाई गई
सूत्रों के अनुसार, प्रदर्शनकारी केंद्र से जल्द वार्ता की मांग कर रहे थे। अगले महीने वार्ता प्रस्तावित है। बुधवार को, जब प्रदर्शनकारी बीजेपी कार्यालय में आग लगाने लगे, तब हिंसा भड़क गई और पुलिस के साथ झड़पें हुईं। इस दौरान 30 से अधिक सुरक्षाकर्मी घायल हुए और आत्मरक्षा में की गई गोलीबारी में कुछ लोगों की मौत भी हुई।