लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा: कश्मीर के सांसद की भावनात्मक अपील

लोकसभा में आतंकवाद पर चर्चा
आज लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा जारी है। कश्मीर के सांसद और अवामी इत्तेहाद पार्टी के नेता इंजीनियर राशिद ने मंगलवार को 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और सत्तारूढ़ एनडीए तथा विपक्ष से कश्मीर के लोगों के लिए आवाज उठाने का अनुरोध किया।
मानसून सत्र के दौरान अपने भाषण की शुरुआत कविता के अंदाज में करने वाले राशिद ने पहलगाम हमले को 'पूरी मानवता का कत्ल' बताया। इंजीनियर राशिद ने कहा, 'मैं तिहाड़ जेल से आया हूं। पहलगाम में जो हुआ, वह इंसानियत का हत्या है। कश्मीरियों से ज्यादा इसका दर्द और कौन समझ सकता है? हमने 1989 से अब तक जितनी तबाही देखी है, लाशें उठाते-उठाते थक गए हैं।'
उन्होंने आगे कहा कि आतंकवाद को समाप्त करने के लिए कश्मीरियों के दिलों को जीतना होगा। 'आपको केवल कश्मीर की जमीन चाहिए, कश्मीर के लोग चाहिए। देश आपको 1947 में मिला, लेकिन आप इसे एकजुट नहीं रख सके। हमें क्यों मार रहे हो? मेरे पिता का जन्म आजादी के 15 साल बाद हुआ। कश्मीर मसले का हल आपके पास नहीं है, बल्कि कश्मीर की हर कम्युनिटी के पास है। मैं डेढ़ लाख रुपये देकर यहां आया हूं, अगर आप मेरे लिए नहीं बोल पाए तो जम्मू कश्मीर के लोगों के लिए क्या बोलोगे?'
उन्होंने यह भी कहा कि जिन्ना से बड़ा कोई अलगाववादी नेता नहीं हुआ, लेकिन वह भी तीन बार विधायक रहे। 'आपको हिंदू राष्ट्र बनाने की जल्दी है, शौक से बनाओ। लेकिन हमारे कश्मीर की जनसंख्या को मत छेड़ो। बाहर की दुनिया में क्या हो रहा है, मुझे नहीं पता, लेकिन जेल में अखबार पढ़कर पता चला कि जब यूएन सिक्योरिटी काउंसिल में तालिबान की आलोचना की गई, तब हमारी सरकार ने कहा था कि तालिबानी शासन न लाया जाए।'