वाराणसी में चंदौली पुल का उद्घाटन: ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार

चंदौली पुल से ट्रैफिक में सुधार
उत्तर प्रदेश समाचार: चंदौली पुल के उद्घाटन से वाराणसी में यातायात व्यवस्था में सुधार होगा। इस पुल के खुलने से लगभग एक लाख वाहन शहर में प्रवेश किए बिना अन्य शहरों की ओर जा सकेंगे। रविवार को दोपहर 12 बजे से गंगा नदी पर बने इस पुल की एक लेन का उपयोग शुरू हो गया। यह पुल वाराणसी के संदहा से चंदौली के रेवसा तक फैले रिंग रोड का हिस्सा है, जिसकी कुल लंबाई 27 किलोमीटर है। नया पुल 1.8 किलोमीटर लंबा है और दूसरी लेन का उद्घाटन जल्द ही किया जाएगा। एक लेन के खुलने से वाराणसी में यातायात सुगम होगा।
इस पुल के माध्यम से लगभग एक लाख वाहन बिना शहर में आए बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और प्रयागराज की ओर जा सकेंगे। पुल की एक लेन खुलने से उन वाहनों को लाभ होगा जो प्रयागराज, जौनपुर, गाजीपुर, बलिया, मऊ, भदोही, मिर्जापुर और आजमगढ़ से आते हैं।
पहले, इन वाहनों को काशी शहर में प्रवेश करना पड़ता था और फिर बाहर निकलकर अगला रास्ता खोजना पड़ता था। अब गंगा पुल की एक लेन खुलने से इन जिलों से चंदौली या बिहार जाने वाले वाहन सीधे निकल सकेंगे, जिससे यातायात का दबाव काफी कम होगा। इसके अलावा, चंदौली से प्रयागराज, गाजीपुर, आजमगढ़ या जौनपुर जाने वाले वाहन भी काशी में नहीं आएंगे, बल्कि सीधे निकल जाएंगे।
पुल की विशेषताएँ: 1.8 किलोमीटर लंबा, 30 मीटर ऊँचा, 949 करोड़ रुपये की लागत से बना
949 करोड़ रुपये की लागत से गंगा नदी पर 1.8 किलोमीटर लंबा पुल बनाया गया है, जिसकी ऊँचाई 30 मीटर है, जिससे बाढ़ के दौरान भी आवागमन संभव है। यह पुल बनारस के बभनपुरा चिरईगांव से शुरू होकर चंदौली के सुल्तानीपुर गांव में समाप्त होता है। NHAI के अधिकारियों ने बताया कि इस पुल पर फिलहाल केवल दो पहिया और चार पहिया वाहनों का आवागमन संभव है, जबकि मालवाहक वाहनों को अनुमति नहीं है। जल्द ही दूसरी लेन का उद्घाटन होगा, जिससे सभी प्रकार के वाहनों को बाहर निकलने की सुविधा मिलेगी।
जल्द ही रेलिंग सहित कुछ अन्य कार्य भी पूरे किए जाएंगे। रविवार को उद्घाटन समारोह में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग के परियोजना निदेशक पंकज कुमार मिश्र, कार्यदायी संस्था के प्रबंध निदेशक अनूप कुमार सिंह और एजीएम आरआर मिश्रा भी उपस्थित रहे।