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विजय माल्या ने किंगफिशर एयरलाइंस के पतन पर खोले राज

भगोड़े कारोबारी विजय माल्या ने हाल ही में एक वीडियो पॉडकास्ट में किंगफिशर एयरलाइंस के पतन के बारे में खुलकर बात की। उन्होंने बैंकों के साथ सेटलमेंट के प्रयासों और वित्त मंत्री के साथ अपनी बातचीत का जिक्र किया। माल्या ने कहा कि उन्होंने 2012 से 2015 के बीच चार बार सेटलमेंट के प्रस्ताव दिए, जिन्हें ठुकरा दिया गया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि किंगफिशर ने SBI से कोई कर्ज नहीं लिया। इस पॉडकास्ट में उन्होंने अपने निवेश और निजी गारंटी के बारे में भी चर्चा की।
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विजय माल्या ने किंगफिशर एयरलाइंस के पतन पर खोले राज

किंगफिशर एयरलाइंस का पतन

भगोड़े व्यवसायी विजय माल्या ने हाल ही में एक चार घंटे के वीडियो पॉडकास्ट में किंगफिशर एयरलाइंस के विफल होने के बाद की घटनाओं पर चर्चा की। यह उनकी 2013 के बाद पहली सार्वजनिक बातचीत थी, जिसमें उन्होंने पॉडकास्टर राज शमानी के साथ अपने अनुभव साझा किए। माल्या ने कहा कि उन्होंने 2012 से 2015 के बीच बैंकों को चार बार सेटलमेंट के प्रस्ताव दिए, जिन्हें सभी ठुकरा दिया गया। उन्होंने स्पष्ट किया, "मेरी हमेशा सेटलमेंट की मंशा थी। मैंने कभी नहीं कहा कि मैं भुगतान नहीं करना चाहता।"


उन्होंने बताया कि उन्होंने हैदराबाद में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के चेयरपर्सन से मुलाकात की और सेटलमेंट का प्रस्ताव रखा, लेकिन बैंकों ने 14,000 करोड़ रुपये की मांग की, जिसके कारण उनका प्रस्ताव अस्वीकृत हो गया। फरवरी 2025 में, माल्या ने कर्नाटक हाईकोर्ट में कहा कि बैंकों ने 6,200 करोड़ रुपये वसूल किए, जबकि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में 14,000 करोड़ रुपये की वसूली का दावा किया।


किंगफिशर के पतन की कहानी

किंगफिशर के पतन की कहानी
माल्या ने बताया कि उन्होंने पूर्व वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी से कहा था कि एयरलाइंस का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं है, इसलिए इसे छोटा करना आवश्यक है। उन्होंने कहा, "मुखर्जी ने कहा कि इसे वैसे ही चलाना है, और यहीं से समस्याएं शुरू हुईं।" माल्या ने यह भी कहा कि किंगफिशर ने SBI से कोई कर्ज नहीं लिया, बल्कि 2008 में किंगफिशर और एयर डेक्कन के विलय के बाद SBI कर्जदाता बना।


निजी गारंटी और निवेश

निजी गारंटी और निवेश
माल्या ने कहा, "17 बैंकों के कंसोर्टियम ने मेरी दृष्टि पर भरोसा किया। मैंने UB होल्डिंग्स से 3,000 करोड़ रुपये नकद डाले। लोग पैसे की हेराफेरी की बात करते हैं, लेकिन मेरे योगदान की चर्चा नहीं करते।" उन्होंने जोर देकर कहा, "मैंने अपनी व्यक्तिगत गारंटी दी। कोई चोर क्या अपनी व्यक्तिगत गारंटी देता है?" माल्या ने X पर लिखा, "मैंने नौ साल बाद इस पॉडकास्ट में बात की। मैं किंगफिशर के कर्मचारियों से माफी मांगता हूं और तथ्यों के साथ सच सामने लाना चाहता हूं।"


वसूली और आरोप

वसूली और आरोप
माल्या ने कहा कि बैंकों ने उनकी निजी शेयरों और किंगफिशर ब्रांड से 14,000 करोड़ रुपये वसूले। उन्होंने स्पष्ट किया, "विजय माल्या ने कभी एक रुपया कर्ज नहीं लिया। किंगफिशर ने कर्ज लिया और मैं गारंटर था।"