विजिलेंस ने मजीठिया को हिमाचल में किया पेश, कई महत्वपूर्ण सुराग मिले

मजीठिया की संपत्ति की जांच
नई दिल्ली - आय से अधिक संपत्ति के मामले में शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को विजिलेंस की टीम ने हिमाचल प्रदेश के शिमला के मशोबरा क्षेत्र में ले जाकर पेश किया है। इस मामले में पंजाब के पूर्व डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय, पूर्व पीए तलबीर सिंह गिल और मजीठिया के करीबी कई कारोबारी पहले ही अपने बयान दर्ज करवा चुके हैं।
विजिलेंस की टीम ने मजीठिया को मशोबरा में ले जाकर संपत्तियों की जांच की। इस बीच, बिट्टू औलख और जगजीत सिंह चाहल ने मोहाली स्थित विजिलेंस मुख्यालय में अपने बयान दर्ज करवाने के लिए पहुंचकर लगभग दो घंटे तक अधिकारियों को जानकारी दी। इन दोनों पर ड्रग्स तस्करी और मजीठिया के करीबी होने के आरोप हैं। विजिलेंस की ओर से अर्जुन अवार्डी बर्खास्त डीएसपी जगदीश सिंह भोला से भी पूछताछ की जाएगी। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, “यदि हमने कोई गलत काम किया है तो हमें चौराहे पर खड़ा कर गोली मार देना चाहिए।” इसके साथ ही उन्होंने मांग की कि पूर्व वरिष्ठ पुलिस अधिकारी हरदयाल सिंह मान से भी पूछताछ होनी चाहिए।
जानकारी के अनुसार, विजिलेंस ने मजीठिया को मशोबरा के अलावा बद्दी भी ले जाने की योजना बनाई है। आरोपित को यूपी ले जाने की तैयारी भी चल रही है। विजिलेंस का दावा है कि गवाहों के बयानों से कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं, जिनकी पुष्टि के लिए मजीठिया को विभिन्न स्थानों पर ले जाया गया है। इस मामले में अब 2 जुलाई को अदालत में पेशी होगी।