Newzfatafatlogo

विनोद बंसल की चेतावनी: दुर्गा पूजा और गरबा में सावधानी बरतें

विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता विनोद बंसल ने दुर्गा पूजा और गरबा के दौरान हिंदू समाज को सावधान रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि जो लोग 'वंदे मातरम' और 'भारत माता की जय' नहीं बोल सकते, वे 'मां दुर्गा की जय' कैसे कहेंगे? बंसल ने धार्मिक आयोजनों की पवित्रता और सुरक्षा पर जोर दिया और विधर्मियों से सावधान रहने की सलाह दी। जानें उनके विचार और नवरात्रि के महत्व के बारे में।
 | 
विनोद बंसल की चेतावनी: दुर्गा पूजा और गरबा में सावधानी बरतें

हिंदू समाज को सावधान रहने की सलाह

नई दिल्ली: विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के प्रवक्ता विनोद बंसल ने दुर्गा पूजा और गरबा जैसे धार्मिक आयोजनों के संदर्भ में हिंदू समुदाय से सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि जो लोग 'वंदे मातरम' और 'भारत माता की जय' नहीं बोल सकते, वे 'मां दुर्गा की जय' कैसे कहेंगे?


बंसल ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट साझा की।


उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, "जो 'वंदे मातरम' और 'भारत माता की जय' नहीं बोल सकते, वे 'मां दुर्गा की जय' कैसे कहेंगे? और जो 'मां दुर्गा' की जय नहीं बोल सकते, वे 'दुर्गा पूजा' या 'गरबा' में क्यों आएंगे? यह समझने की बात है। 'दुर्गा पूजा' और 'गरबा' केवल नाटक, शो या पर्यटन नहीं हैं।"


विनोद बंसल ने आगे कहा, "धर्म, आस्था और आराधना के इस महापर्व की पवित्रता और माता-बहनों की सुरक्षा के लिए हिंदू समाज को सजग रहना होगा। हमें विधर्मियों के कुकर्मों से सावधान रहना चाहिए और जिहादियों से किसी प्रकार का व्यवहार न करने की सलाह दी।"


नवरात्रि का पर्व भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसमें मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है।


इन नौ दिनों में गरबा का आयोजन बड़े पैमाने पर किया जाता है, जो हिंदू धर्म की आस्था और उत्साह का प्रतीक है।


दुर्गा पूजा, विशेष रूप से पश्चिम बंगाल, ओडिशा, असम और अन्य राज्यों में, मां दुर्गा की भक्ति का महापर्व है। वहीं, गुजरात और अन्य राज्यों में 'गरबा' और 'डांडिया' नवरात्रि के दौरान उत्साह का केंद्र होते हैं। ये आयोजन केवल मनोरंजन नहीं हैं, बल्कि सामाजिक एकता और धार्मिक आस्था को भी मजबूत करते हैं।