वीर बाल दिवस: सीएम योगी ने बलिदान की भावना पर जोर दिया
वीर बाल दिवस का महत्व
लखनऊ: हर साल 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस मनाया जाता है, जो श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के पुत्रों, साहिबजादा बाबा ज़ोरावर सिंह जी और बाबा फतेह सिंह जी की शहादत को समर्पित है। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम में श्रद्धा के साथ श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का सम्मान किया। उन्होंने कहा कि इतिहास उन लोगों का बनता है, जिनके दिल में त्याग और बलिदान की भावना होती है।
सीएम का संदेश
सिख समुदाय की समृद्धि और प्रगति उनके गुरु परंपरा के प्रति निष्ठा का परिणाम है।
वीर बाल दिवस (साहिबजादा दिवस) के अवसर पर आज लखनऊ में पवित्र 'श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी' का स्वागत करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
वाहे गुरु जी… pic.twitter.com/cKs4yCbqfY
— योगी आदित्यनाथ (@myogiadityanath) 26 दिसंबर 2025
सीएम योगी ने आगे कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने सिख समुदाय की आवाज को सुना और उनके योगदान के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए 26 दिसंबर को 'वीर बाल दिवस' के रूप में मनाने का निर्णय लिया।" उन्होंने यह भी कहा कि भारत में हर शहर में गुरुद्वारा है और इस दिन का कार्यक्रम हर स्कूल, कॉलेज और कार्यालय में आयोजित किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में भी प्रतियोगिताएं आयोजित की गई हैं।
लंगर और चित्रकला प्रदर्शनी
लंगर हमारे संस्कार हैं, हमारी गुरु परंपरा है।
आज लखनऊ में वीर बाल दिवस (साहिबजादा दिवस) और गुरु श्री तेग बहादुर जी महाराज की 350वीं शहादत की स्मृति में चित्रकला प्रदर्शनी का अवलोकन किया और लंगर में प्रसाद ग्रहण करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। pic.twitter.com/lLAP33miuY
— योगी आदित्यनाथ (@myogiadityanath) 26 दिसंबर 2025
सीएम ने यह भी कहा, "इतिहास उन्हीं का बनता है, जिनके मन में त्याग और बलिदान की भावना होती है।" इस अवसर पर उन्होंने गुरु श्री तेग बहादुर जी महाराज की 350वीं शहादत की स्मृति में चित्रकला प्रदर्शनी का अवलोकन किया और लंगर में प्रसाद ग्रहण किया।
