वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट, भारत में स्थिर पेट्रोल-डीजल की दरें

कच्चे तेल की कीमतों में कमी
हाल के समय में, वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उल्लेखनीय गिरावट आई है। वर्तमान में, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रूड ऑयल की कीमत लगभग 65 डॉलर प्रति बैरल है। इसके बावजूद, भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें लंबे समय से अपरिवर्तित हैं। देश के कई शहरों में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर से अधिक है। क्या आप जानते हैं कि कई देशों में पेट्रोल इतना सस्ता है कि 100 रुपये से कम में 35 लीटर की कार टंकी भरी जा सकती है? जबकि भारत में पेट्रोल की कीमत 1.29 डॉलर यानी लगभग 113 रुपये प्रति लीटर है।
लीबिया में सबसे सस्ता पेट्रोल
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, दुनिया में सबसे सस्ता पेट्रोल उत्तर अफ्रीकी देश लीबिया में उपलब्ध है। यहां एक लीटर पेट्रोल की कीमत केवल 0.028 डॉलर यानी भारतीय मुद्रा में लगभग 2.45 रुपये है। लीबिया के पास अफ्रीका का सबसे बड़ा तेल भंडार है, जो वैश्विक स्तर पर नौवें स्थान पर है। रिपोर्ट के अनुसार, इस देश में 48.3 हजार मिलियन बैरल कच्चे तेल का भंडार है। हालांकि, 2011 में गद्दाफी सरकार के पतन के बाद से लीबिया राजनीतिक अस्थिरता और गृह युद्ध का सामना कर रहा है, जिसके कारण तेल उत्पादन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
अन्य देशों में पेट्रोल की कीमतें
⛽️ Gasoline prices (liter, U.S. Dollar):
— World of Statistics (@stats_feed) August 16, 2025
🇱🇾 Libya: $0.028
🇮🇷 Iran: $0.029
🇻🇪 Venezuela: $0.035
🇰🇼 Kuwait: $0.344
🇩🇿 Algeria: $0.354
🇪🇬 Egypt: $0.392
🇰🇿 Kazakhstan: $0.452
🇳🇬 Nigeria: $0.544
🇸🇦 Saudi Arabia: $0.621
🇦🇪 UAE: $0.700
🇮🇩 Indonesia: $0.774
🇷🇺 Russia: $0.785
🇺🇸 USA:…
लीबिया के बाद, ईरान में पेट्रोल की कीमत 0.029 डॉलर यानी लगभग 2.54 रुपये है। ईरान के पास 208.6 हजार मिलियन बैरल तेल भंडार है, जो वेनेजुएला और सऊदी अरब के बाद तीसरे स्थान पर है। वहीं, वेनेजुएला में पेट्रोल की कीमत 0.025 डॉलर प्रति लीटर है। हालांकि, वेनेजुएला के पास दुनिया का सबसे बड़ा तेल भंडार (303.8 हजार मिलियन बैरल) है, लेकिन पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों के कारण वह अपने तेल संसाधनों का लाभ नहीं उठा पा रहा है।
भारत में स्थिर कीमतें
भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें लंबे समय से स्थिर हैं, जबकि वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत में ईंधन की कीमतों पर टैक्स और अन्य शुल्कों का बड़ा प्रभाव है, जिसके कारण उपभोक्ताओं को सस्ते कच्चे तेल का लाभ नहीं मिल पा रहा है।