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व्हीलचेयर पर बैठी मिकाएला ने अंतरिक्ष में रचा इतिहास

33 वर्षीय मिकाएला बेंथाउस ने व्हीलचेयर पर रहते हुए अंतरिक्ष में जाने वाली पहली महिला बनकर इतिहास रच दिया है। ब्लू ओरिजिन के न्यू शेपर्ड रॉकेट के माध्यम से उन्होंने 100 किलोमीटर की ऊंचाई पर पहुँचकर जीरो ग्रेविटी का अनुभव किया। यह यात्रा न केवल तकनीकी सफलता है, बल्कि दिव्यांग लोगों के लिए प्रेरणा भी है। मिकाएला की कहानी हमें यह सिखाती है कि सपनों को कभी नहीं छोड़ना चाहिए, चाहे परिस्थितियाँ कितनी भी कठिन क्यों न हों।
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व्हीलचेयर पर बैठी मिकाएला ने अंतरिक्ष में रचा इतिहास

मिकाएला बेंथाउस की अद्भुत यात्रा

टेक्सास: यह कहा जाता है कि जब हौसले मजबूत हों, तो शारीरिक चुनौतियाँ भी सपनों के रास्ते में बाधा नहीं बनतीं। इंजीनियर मिकाएला बेंथाउस ने इस बात को सच साबित किया है। 33 वर्षीय मिकाएला, जो व्हीलचेयर पर जीवन व्यतीत कर रही हैं, ने अंतरिक्ष की ऊंचाइयों को छूकर एक नया इतिहास रच दिया है। पैराप्लेजिया (रीढ़ की चोट के कारण व्हीलचेयर पर निर्भरता) के बावजूद, वह अंतरिक्ष में जाने वाली पहली महिला बन गई हैं। जेफ बेजोस की कंपनी 'ब्लू ओरिजिन' के न्यू शेपर्ड रॉकेट ने उन्हें पृथ्वी से 100 किलोमीटर ऊपर उस सीमा तक पहुँचाया, जहाँ गुरुत्वाकर्षण का प्रभाव समाप्त हो जाता है।


ब्लू ओरिजिन के 16वें मानव मिशन (NS-37) ने वेस्ट टेक्सास से सुबह 8:15 बजे उड़ान भरी। इस ऐतिहासिक यात्रा में मिकाएला के साथ पूर्व स्पेस इंजीनियर हांस कोनिग्समैन और चार अन्य अमेरिकी उद्यमी भी शामिल थे। यह रोमांचक यात्रा लगभग 11 मिनट तक चली, जिसमें अंतरिक्ष यान ने 100 किलोमीटर (62 मील) की ऊंचाई हासिल की, जिसे 'कर्मन लाइन' कहा जाता है। वहाँ पहुँचकर यात्रियों ने कुछ क्षणों के लिए जीरो ग्रेविटी का अद्भुत अनुभव किया। यह उड़ान केवल तकनीकी सफलता नहीं, बल्कि समावेशिता और मानवता की जिजीविषा का प्रतीक बन गई है।


यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) में इंजीनियर के रूप में कार्यरत मिकाएला की यह उपलब्धि आसान नहीं थी। महज 26 साल की उम्र में माउंटेन बाइकिंग के दौरान एक गंभीर दुर्घटना में उनकी रीढ़ की हड्डी में चोट आई थी, जिसके बाद से वह व्हीलचेयर पर हैं। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। अपनी सफल वापसी के बाद भावुक मिकाएला ने कहा कि यह उनके जीवन का सबसे शानदार अनुभव था। उन्होंने दुनिया को संदेश दिया कि कभी भी अपने सपनों को नहीं छोड़ना चाहिए, चाहे संभावनाएँ कितनी भी कम क्यों न हों। उन्होंने दिव्यांग लोगों के लिए सुविधाओं को बढ़ाने और समाज को अधिक समावेशी बनाने की अपील भी की।


जेफ बेजोस की कंपनी ब्लू ओरिजिन का यह मिशन अंतरिक्ष पर्यटन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। कंपनी का लक्ष्य अंतरिक्ष यात्रा को आम लोगों के लिए सुलभ बनाना और एलन मस्क की स्पेसएक्स को चुनौती देना है। इससे पहले भी ब्लू ओरिजिन ने मशहूर पॉप सिंगर कैटी पेरी और स्टार ट्रेक अभिनेता विलियम शैटनर जैसी हस्तियों को अंतरिक्ष की सैर कराई है। मिकाएला की यह उड़ान साबित करती है कि अंतरिक्ष अब केवल कुछ चुनिंदा लोगों के लिए नहीं है, बल्कि यह हर उस व्यक्ति के लिए है जो आसमान छूने का जज्बा रखता है।