शशि थरूर ने टीम इंडिया की जीत को बताया अद्भुत

शशि थरूर ने टीम इंडिया की जीत पर प्रतिक्रिया दी
शशि थरूर की प्रतिक्रिया: 4 अगस्त, 2025 को ओवल टेस्ट के अंतिम दिन भारत ने इंग्लैंड को 6 रनों से हराकर श्रृंखला को 2-2 से बराबर कर दिया। कांग्रेस के सांसद शशि थरूर ने इस जीत को 'अविश्वसनीय' करार दिया और टीम इंडिया के दृढ़ संकल्प, आत्मविश्वास और जुनून की सराहना की। हालांकि, थरूर ने यह भी स्वीकार किया कि उन्होंने एक दिन पहले भारत की जीत पर संदेह व्यक्त किया था और इसके लिए माफी मांगी। उन्होंने लिखा, 'मुझे खेद है कि मैंने कल टीम की जीत पर थोड़ा संदेह किया था। सिराज ने कभी विश्वास नहीं खोया!'
मोहम्मद सिराज को जीत का नायक माना
थरूर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, 'शब्द कम पड़ गए... क्या शानदार जीत थी! टीम इंडिया ने जो साहस दिखाया वह अद्भुत था। यह टीम वास्तव में खास है।' उन्होंने तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज की विशेष रूप से प्रशंसा की, जिन्होंने मैच में निर्णायक भूमिका निभाई। थरूर ने सिराज की मानसिक मजबूती की तारीफ करते हुए कहा, 'सिराज ने कभी विश्वास नहीं खोया! शाबाश हमारे हीरो!'
सिराज की गेंदबाजी ने मैच का रुख बदला
मैच के अंतिम दिन इंग्लैंड को जीत के लिए केवल 34 रन चाहिए थे, जबकि भारत को 4 विकेट की आवश्यकता थी। इस दबाव में सिराज ने लगातार दो विकेट लेकर भारत की वापसी कराई। उन्होंने जेमी स्मिथ और जेमी ओवरटन को आउट किया। इसके बाद प्रसिद्ध कृष्णा ने जोश टंग को बोल्ड किया और अंत में सिराज ने गस एटकिंसन का स्टंप उखाड़कर भारत को जीत दिलाई। सिराज ने मैच में कुल 9 विकेट लिए और उन्हें 'प्लेयर ऑफ द मैच' चुना गया।
सिराज ने विशेष इरादे से खेल की शुरुआत की
जीत के बाद मोहम्मद सिराज ने बताया कि उन्होंने दिन की शुरुआत एक खास इरादे से की। मुस्कुराते हुए सिराज ने कहा, 'सुबह उठते ही मैंने अपने फोन पर 'बिलीव' इमोजी वाला वॉलपेपर देखा और खुद से कहा- आज मुझे देश के लिए कुछ बड़ा करना है।'
बुमराह की अनुपस्थिति में गेंदबाजों ने किया कमाल
तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के बिना खेल रही भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया। सिराज ने प्रसिद्ध कृष्णा के साथ मिलकर इंग्लैंड के निचले क्रम की बल्लेबाजी को ध्वस्त कर दिया। मोहम्मद सिराज ने अंतिम विकेट एक शानदार यॉर्कर से लिया और इंग्लैंड की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। इस जीत के साथ भारत ने 5 मैचों की टेस्ट श्रृंखला 2-2 से बराबर कर ली। टीम इंडिया की यह वापसी संघर्ष, रणनीति और आत्मविश्वास का प्रतीक है।