शशि थरूर ने शुभांशु शुक्ला के अंतरिक्ष मिशन की सराहना की

कांग्रेस सांसद की सराहना
कांग्रेस के सांसद शशि थरूर ने भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) मिशन की प्रशंसा की है। उन्होंने इसे भारत की मानव अंतरिक्ष उड़ान की महत्वाकांक्षाओं का एक महत्वपूर्ण प्रतीक और गगनयान कार्यक्रम की दिशा में एक बड़ा कदम बताया। थरूर का यह बयान विपक्षी दलों पर एक टिप्पणी के रूप में भी देखा जा रहा है, जिन्होंने संसद में इस विषय पर चर्चा से दूरी बना ली थी।
संसद में चर्चा का बहिष्कार
संसद में शुभांशु शुक्ला के मिशन और अंतरिक्ष कार्यक्रम पर विशेष चर्चा का आयोजन किया गया था। केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री किरण रिजिजू ने विपक्षी दलों से इसमें भाग लेने की अपील की, लेकिन विपक्षी सांसदों ने कथित वोटर धोखाधड़ी के मुद्दे पर चर्चा न होने के कारण इस सत्र का बहिष्कार किया। इस बीच, थरूर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि चूंकि विपक्ष इसमें शामिल नहीं हुआ, वह यह बताना चाहते हैं कि सभी भारतीय शुभांशु शुक्ला के हालिया मिशन पर गर्व महसूस कर रहे हैं। यह भारत के गगनयान कार्यक्रम की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
अनुभव और डेटा का महत्व
थरूर ने कहा कि इस मिशन ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) को वह अनुभव और डेटा प्रदान किया है जो किसी सिमुलेशन से प्राप्त नहीं किया जा सकता। इसमें अंतरिक्ष यान प्रणालियों, लॉन्च प्रक्रियाओं और माइक्रोग्रैविटी के मनोवैज्ञानिक और शारीरिक प्रभावों का प्रत्यक्ष अनुभव शामिल है। ये सभी तत्व गगनयान मिशन को सुरक्षित और उन्नत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
वैज्ञानिक प्रयोगों का महत्व
उन्होंने बताया कि इस मिशन में भारतीय प्रणालियों और प्रोटोकॉल का वास्तविक अंतरिक्ष वातावरण में परीक्षण किया गया। इसके साथ ही मानव स्वास्थ्य अध्ययन से लेकर पौधों की वृद्धि तक कई वैज्ञानिक प्रयोग किए गए, जो भविष्य की भारतीय मानव अंतरिक्ष उड़ानों के लिए जीवन-समर्थन और चिकित्सा प्रणालियों के विकास में सहायक होंगे। थरूर ने इस मिशन के कूटनीतिक महत्व पर भी जोर दिया, यह कहते हुए कि शुभांशु शुक्ला की यह ऐतिहासिक उड़ान वैश्विक अंतरिक्ष कूटनीति में भारत की स्थिति को मजबूत करती है।
युवाओं के लिए प्रेरणा
उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि न केवल तकनीकी दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इससे देश के युवाओं को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित जैसे क्षेत्रों में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी। यह प्रेरणा भारत के दीर्घकालिक अंतरिक्ष लक्ष्यों को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। थरूर ने शुभांशु शुक्ला को इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए बधाई दी।