शशि थरूर: विदेश नीति केवल भाजपा या कांग्रेस की नहीं, बल्कि भारत की है
भारत की विदेश नीति पर शशि थरूर का दृष्टिकोण
पंडित नेहरू के विचारों का उल्लेख करते हुए थरूर ने कहा, "अगर भारत का अस्तित्व समाप्त हो गया, तो कौन जिएगा?" कांग्रेस के सांसद शशि थरूर ने हाल ही में एक कार्यक्रम में यह बात कही। उन्होंने यह भी कहा कि विदेश नीति केवल भाजपा या कांग्रेस की नहीं, बल्कि यह भारत की नीति है। यदि कोई प्रधानमंत्री की हार पर खुश होता है, तो वह वास्तव में भारत की हार का जश्न मना रहा होता है।
थरूर ने पाकिस्तान के संदर्भ में भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि भारत को पाकिस्तान से उत्पन्न सुरक्षा खतरों को गंभीरता से लेना चाहिए। पाकिस्तान अपनी सैन्य रणनीतियों में बदलाव कर रहा है और हाइपरसोनिक मिसाइल तकनीक पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
उन्होंने यह भी बताया कि कुछ लोग भारत के पूर्वोत्तर राज्यों को अलग करने की धमकी दे रहे हैं और अलगाववादी तत्वों को समर्थन दे रहे हैं। जमात-ए-इस्लामी जैसी इस्लामिक ताकतें स्थिति को और अधिक संवेदनशील बना रही हैं।
पाकिस्तान की आंतरिक स्थिति
थरूर ने पाकिस्तान को एक समस्याग्रस्त देश बताया, जहां असली शक्ति सेना के हाथ में है। उन्होंने कहा कि वहां की नागरिक सरकार केवल नाममात्र की है और नीति निर्धारण में सेना का प्रभाव अधिक है।
पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति
पाकिस्तान की जीडीपी वृद्धि दर लगभग 2.7 प्रतिशत है, जबकि भारत की वृद्धि दर 7 प्रतिशत या उससे अधिक है। थरूर ने पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति को नाजुक बताया और कहा कि अंतरराष्ट्रीय सहायता केवल अस्थायी समाधान है, जो भविष्य में जोखिम भरे कदम उठाने के लिए प्रेरित कर सकती है।
वैश्विक उथल-पुथल
थरूर ने कहा कि वैश्विक स्तर पर उथल-पुथल का दौर चल रहा है। इस समय यह महत्वपूर्ण है कि उन देशों से कैसे निपटा जाए, जिन्हें नियंत्रित करना आसान नहीं है।
बांग्लादेश की स्थिति
बांग्लादेश वर्तमान में कई समस्याओं का सामना कर रहा है, जैसे ऊर्जा संकट और बढ़ती महंगाई। थरूर ने कहा कि बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच रक्षा समझौतों पर चर्चा यह दर्शाती है कि बांग्लादेश भारत को दुश्मन के रूप में पेश करने की कोशिश कर रहा है।
भारत के लिए बांग्लादेश की स्थिरता
भारत ने बांग्लादेश के लिए क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजनाएं प्रस्तावित की हैं, जो बांग्लादेश के हित में हैं। हालांकि, यह सब देश में स्थिरता पर निर्भर करता है। भारत के लिए एक शांत और स्थिर बांग्लादेश अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि अस्थिरता उसे भारत की कमजोर कड़ी बना सकती है।
