शहबाज शरीफ की अजरबैजान यात्रा: भारत के साथ संघर्ष पर खुलासे

शहबाज शरीफ की अजरबैजान यात्रा
शहबाज शरीफ अजरबैजान में: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ इस समय चार देशों की यात्रा पर हैं। उन्होंने बुधवार को अजरबैजान में भारत के साथ हालिया संघर्ष के बारे में कई चौंकाने वाली जानकारियाँ साझा की। इस दौरान उन्होंने अजरबैजान और तुर्की के नेताओं के सामने पाकिस्तान की सेना और सरकार की उपलब्धियों का जिक्र किया, लेकिन साथ ही यह भी बताया कि उनकी सेना को भारत से अप्रत्याशित रूप से नुकसान उठाना पड़ा।
शरीफ ने बताया कि पाकिस्तान की सेना 10 मई की सुबह भारत पर हमले की योजना बना रही थी। उन्होंने कहा कि 9 मई की रात को यह निर्णय लिया गया था कि 10 मई को सुबह की नमाज के बाद, लगभग 4:30 बजे, पाकिस्तान की सेना भारत पर हमला करेगी। लेकिन इससे पहले कि पाकिस्तान हमला करता, भारत ने पाकिस्तान के एयरबेस पर ब्रह्मोस मिसाइल से हमला कर दिया। इस हमले में रावलपिंडी के एयरबेस और अन्य स्थानों को निशाना बनाया गया।
भारत पर आक्रामकता का आरोप
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भारत पर आक्रामकता का आरोप लगाते हुए कहा कि भारत के हमले के बाद पाकिस्तान के पास अपनी रक्षा करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। शरीफ ने इस दौरान पाकिस्तान के आर्मी चीफ असीम मुनीर की भी प्रशंसा की और कहा कि असीम मुनीर ने उन्हें युद्धविराम के बारे में बताया, जिसे उन्होंने स्वीकार किया।
भारत-पाकिस्तान संघर्ष की पृष्ठभूमि
भारत और पाकिस्तान के बीच 6-7 मई को जो संघर्ष हुआ, उसमें भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी। इसके बाद पाकिस्तान ने भी जवाबी कार्रवाई की कोशिश की, लेकिन भारत के एयर डिफेंस ने इन हमलों को विफल कर दिया। चार दिन की तनावपूर्ण स्थिति के बाद, 10 मई को दोनों देशों के बीच सीजफायर हुआ।
तुर्की और अजरबैजान का समर्थन
भारत के साथ संघर्ष के दौरान पाकिस्तान को तुर्की और अजरबैजान से खुला समर्थन मिला था। शरीफ और असीम मुनीर ने अपनी यात्रा के दौरान इन देशों का धन्यवाद किया और उनके समर्थन की सराहना की। शरीफ तुर्की, अजरबैजान, ईरान और तजाकिस्तान के दौरे पर हैं, जहां उन्होंने इन देशों से पाकिस्तान को मिले समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया।