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शहीद उद्यम सिंह का बलिदान दिवस मनाया गया

रेवाड़ी में शहीद उद्यम सिंह का बलिदान दिवस मनाया गया, जिसमें उनके जीवन और जलियांवाला बाग कांड के प्रति उनकी प्रतिक्रिया पर चर्चा की गई। कार्यक्रम में कई प्रमुख व्यक्तियों ने भाग लिया और उद्यम सिंह के साहसिक कार्यों को याद किया। जानें इस प्रेरणादायक कहानी के बारे में और कैसे उन्होंने अपने देश के लिए बलिदान दिया।
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शहीद उद्यम सिंह का बलिदान दिवस मनाया गया

उद्यम सिंह का बलिदान दिवस


(रेवाड़ी समाचार) रेवाड़ी। सेवा स्तंभ के जिला कार्यालय में वीर शहीद उद्यम सिंह का बलिदान दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला प्रधान भगत सिंह बौद्ध ने की। कार्यक्रम की शुरुआत सरदार उद्यम सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि देने से हुई। वक्ताओं ने उनके जीवन और बलिदान के बारे में विस्तार से चर्चा की।


भगत सिंह बौद्ध ने बताया कि सरदार उधम सिंह का जन्म पंजाब के संगरूर जिले में हुआ था। उनके माता-पिता की मृत्यु बचपन में ही हो गई थी और उनकी प्रारंभिक शिक्षा गुरुद्वारे में हुई। जलियांवाला बाग में जनरल डायर द्वारा की गई गोलीबारी में 3000 लोग मारे गए, जिसे उधम सिंह ने अपनी आंखों से देखा और बदला लेने की ठान ली।


उधम सिंह 1931 में जर्मनी होते हुए लंदन पहुंचे, जहां उन्होंने जनरल डायर को तीन गोलियां मारी और अपने 21 साल पुराने प्रतिशोध को पूरा किया। उन्हें बाद में गिरफ्तार कर लिया गया और फांसी की सजा दी गई। इस अवसर पर आरपी सिंह दहिया, एडवोकेट राजकुमार जलवा, सूबे सिंह रेवाडिय़ा, रामनिवास गोठवाल, लक्ष्मीबाई, अरुण बधराणा, राजेश सुलखा, मान सिंह आदि उपस्थित थे।