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शहीद परिवारों की अनदेखी पर जताया गहरा रोष, मुख्यमंत्री से जल्द मिलेगें

जींद में स्वतंत्रता सेनानी परिवारों ने शहीदों की अनदेखी पर गहरा रोष व्यक्त किया है। रविवार को आयोजित बैठक में, परिवारों ने अपनी उपेक्षा के खिलाफ आवाज उठाई और मुख्यमंत्री से मिलने का समय सुनिश्चित करने की मांग की। उन्होंने बताया कि पिछले नौ वर्षों में उनकी मांगों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। इस बैठक में शामिल सभी सदस्यों ने सरकार से न्याय की अपील की।
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शहीद परिवारों की अनदेखी पर जताया गहरा रोष, मुख्यमंत्री से जल्द मिलेगें

शहीद स्मारक पर स्वतंत्रता सेनानी परिवारों की पीड़ा


(Jind News) जींद। शहीदों के बलिदान को सम्मान देते हुए रविवार को शहीद स्मारक पर स्वतंत्रता सेनानी परिवारों की एक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता जिला प्रधान अशोक कुमार मित्तल ने की। यहां उपस्थित शहीद परिवारों ने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित की।


बैठक में शामिल स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों ने अपनी उपेक्षा को लेकर गहरी नाराजगी व्यक्त की। अशोक कुमार ने बताया कि 2016 में पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों की पहली पीढ़ी को 15 अगस्त और 26 जनवरी जैसे राष्ट्रीय पर्वों पर सम्मानित करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन अब तक इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।


जिला उपायुक्त द्वारा निर्देशों की अनदेखी

परिजनों का आरोप है कि जिला उपायुक्त स्तर पर इन निर्देशों को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है। हर साल हमें झूठे आश्वासन दिए जाते हैं कि एक कमेटी बनाई जाएगी, लेकिन पिछले नौ वर्षों में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। न तो उत्तराधिकारियों की सूची तैयार की गई है और न ही कोई सुनवाई हुई है। उन्होंने रोष प्रकट करते हुए कहा कि स्वतंत्रता सेनानी परिवारों की मांगों को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने का समय जल्द सुनिश्चित किया जाएगा।


सभी उपस्थितजनों ने एक स्वर में मांग की कि सरकार स्वतंत्रता सेनानी परिवारों के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए उनकी वर्षों पुरानी मांगों पर ध्यान दे और जल्द से जल्द न्याय सुनिश्चित करे। इस अवसर पर मास्टर सुरेंद्र, दयानंद यादव, मोतीराम पांचाल, भीम सिंह, हुकुमचंद सहित कई अन्य स्वतंत्रता सेनानी परिवारों के सदस्य उपस्थित रहे।