शारदा विश्वविद्यालय में छात्रा की आत्महत्या: नए खुलासे और जांच की दिशा

शारदा विश्वविद्यालय आत्महत्या मामला
शारदा विश्वविद्यालय आत्महत्या मामला: ग्रेटर नोएडा स्थित शारदा विश्वविद्यालय की छात्रा ज्योति की आत्महत्या के मामले में कई नए तथ्य सामने आ रहे हैं। पुलिस को ज्योति के हॉस्टल से एक डायरी मिली है, जिसमें उसने अपनी प्रताड़ना की पूरी कहानी लिखी है। उसके दोस्तों का कहना है कि डायरी में ज्योति ने बताया कि एक प्रोफेसर ने उसके लंबे बालों को लेकर उसे डांटा और उन्हें कटवाने के लिए कहा। ज्योति ने उनकी बातों पर सहमति भी जताई थी।
ज्योति की दोस्तों की प्रतिक्रिया
ज्योति की सहेलियों ने बताया कि प्रोफेसर अक्सर उसे ताने मारता था और तरह-तरह से प्रताड़ित करता था। इस अत्याचार को सहना किसी के लिए भी संभव नहीं है। पुलिस ने इस डायरी को जांच के लिए भेज दिया है, जिससे मामले में नया मोड़ आने की संभावना है। नॉलेज पार्क थाना पुलिस ने इस मामले में डीन सहित सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
छात्रा के पिता की शिकायत
ज्योति के पिता ने बताया कि उन्होंने सोमवार को विश्वविद्यालय में डीन और एचओडी से मुलाकात की थी। दोनों ने आश्वासन दिया था कि भविष्य में उनकी बेटी के साथ ऐसा कुछ नहीं होगा, लेकिन इसके बावजूद ज्योति को परेशान किया जाता रहा। अंततः, उसने आत्महत्या का कदम उठाया।
सुसाइड नोट में क्या लिखा?
पुलिस को ज्योति का सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें उसने लिखा है कि उसकी मौत के लिए पीसीपी और डेंटल मैटेरियल के शिक्षक जिम्मेदार हैं। उसने कहा कि वे उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे और उसके अपमान का कारण बने। ज्योति ने लिखा कि वह अब और जी नहीं सकती।
छात्रों का विरोध प्रदर्शन
इस घटना के बाद शारदा विश्वविद्यालय के छात्रों ने कैंपस में हंगामा किया। उन्होंने आरोप लगाया कि घटना के चार घंटे तक किसी को जानकारी नहीं दी गई। छात्रा का शव नीला पड़ गया था और उसे अस्पताल ले जाने में देरी की गई। परिजनों का कहना है कि विश्वविद्यालय के कर्मचारियों ने शव को ठीक से नहीं संभाला।
विश्वविद्यालय प्रशासन की प्रतिक्रिया
शारदा विश्वविद्यालय के कुलपति पी.के. गुप्ता ने कहा कि मामले की आंतरिक जांच चल रही है। उन्होंने बताया कि छात्रा ने एक परीक्षा की कॉपी में प्रोफेसर के जाली हस्ताक्षर किए थे, जिसके लिए उसे फटकार लगाई गई थी। कॉलेज प्रशासन पुलिस की जांच में पूरी मदद करेगा।