शाहरुख खान के बंगले 'मन्नत' में रेनोवेशन विवाद: क्या है मामला?

शाहरुख खान का बंगला 'मन्नत' फिर चर्चा में
बॉलीवुड के किंग शाहरुख खान का भव्य बंगला 'मन्नत' एक बार फिर से सुर्खियों में है। यह आलीशान निवास मुंबई के बांद्रा में स्थित है और न केवल इसकी भव्यता के लिए जाना जाता है, बल्कि यह शाहरुख के प्रशंसकों के लिए एक प्रमुख पर्यटन स्थल भी बन चुका है। हाल ही में, 'मन्नत' अपने रेनोवेशन कार्य के कारण विवादों में घिर गया है।
BMC की जांच और शिकायत का कारण
20 जून को बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) की टीम ने बंगले का निरीक्षण किया। यह कार्रवाई एक शिकायत के आधार पर की गई, जिसमें आरोप लगाया गया कि मन्नत के रेनोवेशन में कोस्टल रेगुलेशन जोन (CRZ) के नियमों का उल्लंघन किया गया है। शिकायतकर्ता, RTI एक्टिविस्ट संतोष दौंडकर, ने कहा कि शाहरुख खान ने रेनोवेशन के लिए आवश्यक पर्यावरणीय मंजूरी नहीं ली है। चूंकि मन्नत समुद्र के निकट है, यह संपत्ति CRZ के अंतर्गत आती है, जिसके तहत तटीय क्षेत्रों में किसी भी निर्माण के लिए पर्यावरण मंत्रालय से अनुमति लेना अनिवार्य है।
हेरिटेज संरचना का महत्व
'मन्नत' केवल एक आलीशान निवास नहीं है, बल्कि इसे Grade III हेरिटेज स्ट्रक्चर के रूप में भी मान्यता प्राप्त है। इसका मतलब है कि इसमें किसी भी प्रकार के संरचनात्मक परिवर्तन के लिए हेरिटेज कमेटी की मंजूरी आवश्यक है। बिना अनुमति के परिवर्तन करना कानूनी रूप से अपराध माना जाता है।
जांच की प्रक्रिया
BMC ने मामले को गंभीरता से लेते हुए 20 जून को साइट का दौरा किया और रेनोवेशन से संबंधित जानकारी एकत्र की। 21 जून को सुबह 11 बजे तक शिकायतकर्ता को रिपोर्ट सौंपी जाएगी। यदि जांच में CRZ या हेरिटेज नियमों का उल्लंघन पाया गया, तो शाहरुख खान को नोटिस जारी किया जा सकता है और रेनोवेशन पर रोक भी लगाई जा सकती है।
रेनोवेशन में हो रहे बदलाव
रिपोर्टों के अनुसार, शाहरुख खान के बंगले में दो नई मंजिलें जोड़ी जा रही हैं। इसके अलावा, बंगले का इंटीरियर्स, फर्नीचर और लाइटिंग भी पूरी तरह से बदलने का काम चल रहा है। इस रेनोवेशन के कारण शाहरुख खान अपने परिवार के साथ पास की एक बिल्डिंग में किराए पर रह रहे हैं। यह कार्य एक साल तक चल सकता है।
BMC की रिपोर्ट का इंतजार
अब सभी की नजरें 21 जून को आने वाली BMC की जांच रिपोर्ट पर हैं। यदि नियमों का उल्लंघन साबित होता है, तो शाहरुख खान के इस सपनों के घर की रेनोवेशन प्रक्रिया को बड़ा झटका लग सकता है। इसके अलावा, यह मुंबई के अन्य तटीय क्षेत्रों में बन रही लक्ज़री प्रॉपर्टीज़ के लिए भी एक मिसाल बनेगा।