शिक्षक दिवस पर विशेष: शायरी और उद्धरणों के साथ अपने शिक्षकों को करें सम्मानित

शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं
शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं: अपने शिक्षकों को इन अद्भुत शायरी और उद्धरणों के साथ श्रद्धांजलि दें!: नई दिल्ली: शिक्षक दिवस का विशेष अवसर नजदीक है! देशभर के विद्यालयों और महाविद्यालयों में इस दिन को मनाने की तैयारियां जोरों पर हैं। हर कोई अपने शिक्षकों को अपने तरीके से धन्यवाद और सम्मान दे रहा है।
शिक्षक वे व्यक्ति होते हैं, जो हमें केवल पाठ्यक्रम का ज्ञान नहीं देते, बल्कि सामाजिक और नैतिक मूल्यों से जोड़कर हमें सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाते हैं। गुरु के बिना ज्ञान अधूरा होता है, और वे हमें वह मार्ग दिखाते हैं, जिससे हम एक बेहतर इंसान और समाज का निर्माण कर सकें।
वेदों और पुराणों में गुरु को माता-पिता से भी ऊंचा स्थान दिया गया है। ऐसे में शिक्षक दिवस पर अपने गुरुओं को शुभकामनाएं देना अत्यंत आवश्यक है। आइए, शिक्षक दिवस 2025 के लिए कुछ विशेष शायरी, उद्धरण और शुभकामना संदेश हिंदी और संस्कृत में देखें।
शिक्षक दिवस की विशेष शायरी और उद्धरण
गुरु की महिमा अनमोल
“गुरु गोविंद दोऊ खड़े, काके लागूं पांय,
बलिहारी गुरु आपने, गोविंद दियो बताय।”
शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!
गुरु बिन जीवन अधूरा
“गुरु का स्थान सबसे ऊंचा, गुरु बिन कोई ना दूजा,
गुरु करें सबकी नाव पार, गुरु की महिमा सबसे अपार!”
शिक्षक दिवस की ढेर सारी बधाई!
गुरु से सीखा सब कुछ
“आपसे ही सीखा, आपसे ही जाना,
आप ही को हमने गुरु है माना,
सीखा है सब कुछ आपसे हमने,
कलम का मतलब आपसे है जाना।”
शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!
संस्कृत में शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं
“विना गुरुभ्यो गुणनीरधिभ्यो,
जानाति तत्त्वं न विचक्षणोऽपि।
आकर्णदीर्घायित लोचनोऽपि,
दीपं विना पश्यति नान्धकारे।”
शिक्षकदिवसे शुभं भवतु।
गुरु का महत्व बताता यह उद्धरण
“गुरु वह है जो अज्ञानता से ज्ञान की ओर ले जाता है।”
हैप्पी टीचर्स डे!