शिवम दुबे: ऑलराउंडर के रूप में गेंदबाजी के लिए हमेशा तैयार

दुबई में दुबे की शानदार गेंदबाजी
दुबई - भारतीय ऑलराउंडर शिवम दुबे ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के खिलाफ मैच में तीन विकेट लेकर अपनी गेंदबाजी कौशल का प्रदर्शन किया। दुबे ने जीत के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, “आज मुझे एक अच्छी शुरुआत मिली, जो बहुत महत्वपूर्ण थी। एक ऑलराउंडर के रूप में, मैं हमेशा चार ओवर गेंदबाजी के लिए तैयार रहता हूं। जब भी मुझे तीन-चार ओवर डालने का मौका मिलता है, मैं उसके लिए तत्पर रहता हूं। मैं वही करूंगा जो टीम को आवश्यक होगा। कप्तान और कोच ने पहले ही मुझे बताया था कि मैं (एशिया कप में) गेंदबाजी करूंगा। मेरे गेंदबाजी कोच मॉर्ने मॉर्कल ने मुझे बहुत कुछ सिखाया है। मैं लंबे समय से इस मौके के लिए तैयारी कर रहा था, और आज का परिणाम उसी मेहनत का फल है।”
दुबे ने स्वीकार किया कि चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) में उनकी भूमिका ज्यादातर पावर-हिटर की रही है, लेकिन उन्होंने गेंदबाजी पर भी निरंतर ध्यान दिया है। उन्होंने इम्पैक्ट प्लेयर नियम पर टिप्पणी करते हुए कहा, “सवाल में ही जवाब है। ऑलराउंडर की भूमिका कम हो गई है, इसलिए आईपीएल में मेरे लिए गेंदबाजी करना जरूरी नहीं रहा। लेकिन मैं हमेशा तैयार था। हर मैच में मैं गेंदबाजी के लिए तैयार रहता था। आईपीएल से पहले मैंने अपनी फिटनेस और गेंदबाजी पर दो महीने मेहनत की।”
दुबे ने अपने एक्शन और एप्रोच को सुधारने का श्रेय मॉर्कल को दिया। दोनों ने अभ्यास सत्रों में लगातार बातचीत की। मॉर्कल ने हाल ही में कहा था कि दबाव की स्थिति में दुबे जैसे खिलाड़ियों को आत्मविश्वास देना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा, “इंग्लैंड सीरीज (जनवरी-फरवरी) में उन्होंने मुझे कुछ महत्वपूर्ण बातें बताई थीं। उन्होंने कहा था कि वाइड लाइन से गेंद डालो और कुछ गेंदों को एंगल का उपयोग करते हुए धीमी गति से डालो। उन्होंने रन-अप पर भी काम करने की सलाह दी थी। इन 2-3 चीजों से मेरी गेंदबाजी में सुधार हुआ है। मैंने अपनी गति भी बढ़ाई है।”
दुबे ने अपनी बल्लेबाजी पर भी ध्यान दिया और मेहनत की। आईपीएल 2025 और अब के बीच उन्होंने मुंबई में काफी अभ्यास किया। उन्होंने तेज बाउंसर और शरीर पर आती गेंदों से निपटने पर काम किया। एशिया कप का पहला मैच उनके लिए आईपीएल के बाद का पहला बड़ा मुकाबला था। उन्होंने कहा, “मैं अपनी बल्लेबाजी में कुछ नए शॉट्स जोड़ने का प्रयास कर रहा था। कुछ जगहों पर मैं आसानी से शॉट्स खेल लेता हूं, लेकिन तेज गेंदबाज मुझे शॉर्ट बॉल से निशाना बनाते हैं। मैंने आईपीएल में और उसके बाद भी इस पर बहुत मेहनत की है। साथ ही, मैं अपनी फिटनेस पर भी ध्यान दे रहा था।”
हार्दिक पांड्या से तुलना के सवाल पर उन्होंने कहा, “हार्दिक मेरे लिए भाई जैसे हैं। उनके पास अंतरराष्ट्रीय और आईपीएल का बहुत अनुभव है। उनसे मुझे बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में काफी कुछ सीखने को मिला है। मैंने कभी अपनी तुलना उनसे नहीं की है। बस यही सोचा है कि उनसे कुछ सीखकर मैं स्वयं को बेहतर बना सकूं।”