शेयर बाजार में गिरावट: मध्य पूर्व की स्थिति का प्रभाव

शेयर बाजार की ताजा स्थिति
शेयर बाजार समाचार: मध्य पूर्व में चल रहे संघर्ष का प्रभाव अब घरेलू शेयर बाजार पर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। सोमवार को सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही नकारात्मक संकेत के साथ खुले। अमेरिका के युद्ध में शामिल होने के बाद निवेशकों के बीच चिंता का माहौल बन गया है। एशियाई बाजारों में गिरावट और मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के कारण शेयर बाजार में गिरावट देखी जा रही है।
सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट
सुबह 9:40 बजे बीएसई सेंसेक्स 808 अंक यानी 0.98% की गिरावट के साथ 81,599 पर कारोबार कर रहा था। वहीं, निफ्टी 50 इंडेक्स 217 अंक यानी 0.87% गिरकर 24,895 पर पहुंच गया। इस गिरावट के चलते बीएसई में सूचीबद्ध सभी कंपनियों का कुल मार्केट कैप लगभग 2 लाख करोड़ रुपये घटकर 44.75 लाख करोड़ रुपये रह गया।
सेक्टरों में गिरावट
सेक्टरों की बात करें तो निफ्टी आईटी में 1% से अधिक की गिरावट आई है। इसके परिणामस्वरूप, Accenture ने लगातार तीसरे वर्ष आउटसोर्सिंग ऑर्डर्स में कमी दर्ज की है, जिससे वैश्विक तकनीकी खर्च को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। निफ्टी बैंक, वित्तीय सेवाएं, ऑटो, एफएमसीजी और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं भी 0.5% से 1% तक नीचे खुली हैं।
कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि
कच्चे तेल की कीमतें उच्चतम स्तर पर
ईरान पर अमेरिकी हमले के बाद कच्चे तेल की कीमतों में तेजी आई है। जनवरी के बाद से कच्चे तेल की कीमतें अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं। ब्रेंट क्रूड 1.33 डॉलर (1.76%) बढ़कर 76.79 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। वहीं, WTI 1.39 डॉलर (1.88%) की वृद्धि के साथ 75.26 डॉलर पर पहुंच गया। कारोबार के दौरान ब्रेंट 81.40 डॉलर और WTI 78.40 डॉलर तक पहुंच गया, जो पिछले पांच महीनों का उच्चतम स्तर था।
होर्मुज जलडमरूमध्य पर तनाव
जलडमरूमध्य को बंद करने का प्रस्ताव
अमेरिकी हमले के बाद, ईरान की संसद ने होर्मुज जलडमरूमध्य को बंद करने का प्रस्ताव पारित किया है। हालांकि, ईरान पहले भी ऐसी धमकियां दे चुका है। यह ध्यान देने योग्य है कि ईरान ओपेक का तीसरा सबसे बड़ा तेल उत्पादक देश है, जिससे यह चिंता बढ़ गई है कि होर्मुज जलडमरूमध्य को बंद किया जा सकता है। यह समुद्री मार्ग विश्व के लगभग 20% कच्चे तेल का परिवहन करता है।