शोएब अख्तर ने पाकिस्तान क्रिकेट की चयन नीति पर उठाए सवाल

एशिया कप 2025 में पाकिस्तान की हार पर प्रतिक्रिया
एशिया कप 2025: दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में भारत के खिलाफ सुपर 4 मुकाबले में पाकिस्तान की हार के बाद वहां के प्रशंसकों में गुस्सा देखने को मिला है। इस पर शोएब अख्तर ने खिलाड़ियों की प्रदर्शन पर कड़ी टिप्पणी की है। 50 वर्षीय अख्तर, जिन्हें 'रावलपिंडी एक्सप्रेस' के नाम से जाना जाता है, ने कोच माइक हेसन की चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए इसे 'बेतुका' बताया।
अख्तर ने 'गेम ऑन है' कार्यक्रम में हेसन की सोच पर सवाल उठाते हुए कहा कि हुसैन तलत को प्लेइंग इलेवन में शामिल करने का क्या कारण था, जबकि हसन नवाज जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी बाहर बैठे थे।
हुसैन तलत की बल्लेबाजी पर सवाल
भारत के खिलाफ मैच में हुसैन तलत ने नंबर 4 पर बल्लेबाजी करते हुए 11 गेंदों में केवल 10 रन बनाए, जिसमें कोई बाउंड्री शामिल नहीं थी। उनकी धीमी बल्लेबाजी ने पाकिस्तान की पारी की गति को प्रभावित किया, जिससे टीम 200 रन के लक्ष्य के बावजूद केवल 171/5 रन बना सकी। तलत 11वें ओवर में बल्लेबाजी के लिए आए और शिवम दुबे, वरुण चक्रवर्ती और कुलदीप यादव के खिलाफ संघर्ष करते नजर आए, जिसमें उन्होंने चार डॉट गेंदें खेलीं।
अख्तर ने गुस्से में कहा, "कोच से पूछा जाना चाहिए कि उनका दिमाग कहां है? यह बेतुकी कोचिंग और बेतुका चयन है। मैं 15 साल क्रिकेट खेलने के बाद भी कुछ समझ नहीं पा रहा, लगता है मैं ही धोखेबाज हूं। पिछले पांच-छह मैचों से हम सही टीम चुनने की बात कह रहे हैं। इतने महत्वपूर्ण मैच में हुसैन तलत को खिलाने का विचार कैसे आया? उनकी उपयोगिता क्या है?"
PCB प्रमुख बनने की संभावना पर अख्तर का बयान
जब शोएब मलिक ने अख्तर से पूछा कि अगर वह पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के प्रमुख बनते हैं तो क्या बदलाव करेंगे, तो अख्तर ने स्पष्ट किया कि PCB उन्हें यह जिम्मेदारी कभी नहीं देगा। उन्होंने कहा कि PCB मुझे यह जिम्मा कभी नहीं देगा क्योंकि मैं सही काम करूंगा। मैं अकेले सत्ता नहीं चाहता। मैं टीमवर्क, तर्क और एकजुट होकर काम करने में विश्वास रखता हूं।
पाकिस्तान क्रिकेट में सुधार का दृष्टिकोण
अख्तर ने आगे बताया कि अगर उन्हें PCB प्रमुख बनने का मौका मिला, तो वह खिलाड़ियों को खुलकर खेलने की आजादी देंगे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान क्रिकेट को ठीक करने के लिए मुझे तीन साल चाहिए। मैं खिलाड़ियों को आत्मविश्वास दूंगा। मैं सैम अयूब जैसे खिलाड़ियों से कहूंगा, 'बेटा, जाओ खेलो। अभिषेक शर्मा को लाइसेंस मिला है, तुम भी खेलो। अगर आउट हो गए तो कोई बात नहीं, तुम्हें ड्रॉप नहीं किया जाएगा।' मैं देखूंगा कि प्रदर्शन कैसे नहीं आता।
उन्होंने आगे कहा कि PSL में रन बनते हैं क्योंकि वहां दबाव कम होता है। लेकिन बड़े मैचों में हिम्मत दिखानी पड़ती है। अभिषेक शर्मा को आजादी है, इसलिए वह रन बना रहा है। हमारे खिलाड़ी डरे हुए हैं। शोएब अख्तर का यह तीखा बयान पाकिस्तान क्रिकेट में मौजूदा समस्याओं को उजागर करता है। उनकी राय में, सही चयन, खिलाड़ियों को आत्मविश्वास और स्वतंत्रता देना ही पाकिस्तान क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकता है।