श्री गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस पर 'हिंद की चादर मैराथन' का आयोजन
मैराथन का उद्घाटन
सोनीपत - केंद्रीय आवासन, ऊर्जा एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को करनाल के एनडीआरआई चौक पर श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस के अवसर पर 'हिंद की चादर मैराथन' को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने कहा कि नवें गुरु की शहादत हमें समाज, धर्म और देश के प्रति निस्वार्थ भाव से कार्य करने की प्रेरणा देती है।
मैराथन का महत्व
केंद्रीय मंत्री ने इस अवसर पर कहा, "आज हजारों युवा श्री गुरु तेग बहादुर जी की शहादत को सम्मानित करने के लिए यहां एकत्र हुए हैं। यह दौड़ केवल एक प्रतिस्पर्धा नहीं है, बल्कि यह उन लोगों के प्रति श्रद्धांजलि है जिन्होंने देश को आजादी दिलाने में योगदान दिया। यह यात्रा इतिहास को नया रूप दे रही है।"
उन्होंने बताया कि इस विशेष अवसर पर करनाल सहित पूरे देश में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
गुरुद्वारे का ऐतिहासिक महत्व
मनोहर लाल खट्टर ने दिल्ली के चांदनी चौक स्थित गुरुद्वारा शीश गंज के ऐतिहासिक महत्व का उल्लेख करते हुए कहा कि यह वही स्थान है जहां श्री गुरु तेग बहादुर जी का शीश धड़ से अलग किया गया था। उन्होंने दादा कुशाल सिंह दहिया के बलिदान की गाथा को भी साझा किया, जिन्होंने मुगल सेना से गुरु जी के शीश की रक्षा के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया।
राज्य स्तरीय समारोह की तैयारी
दादा कुशाल सिंह दहिया के 350वें बलिदान दिवस के अवसर पर 14 नवंबर को सोनीपत के राजीव गांधी एजुकेशन सिटी, बढ़खालसा में एक भव्य समारोह का आयोजन किया जाएगा। ओएसडी वीरेंद्र बढ़खालसा ने बताया कि इस आयोजन की तैयारियों के तहत नरेंद्र सिंह मान ने हरिद्वार से पदयात्रा शुरू की है और वे पवित्र जल लेकर बढ़खालसा के लिए प्रस्थान कर चुके हैं।
समारोह का उद्देश्य
ओएसडी वीरेंद्र बढ़खालसा ने कहा कि 14 नवंबर का समारोह हरियाणा की वीरता, सांस्कृतिक गौरव और धार्मिक एकता का प्रतीक बनेगा। यह 'संत-महापुरुष विचार सम्मान एवं प्रसार योजना' के तहत युवा पीढ़ी को धर्म, संस्कृति और देशभक्ति की भावना से जोड़ने का प्रयास है।
