श्रीनगर में पुलिस स्टेशन के भीतर विस्फोट: नौ लोगों की जान गई, कई घायल
श्रीनगर में भीषण धमाका
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में शुक्रवार को नौगाम पुलिस स्टेशन के अंदर एक भयंकर विस्फोट हुआ, जिसमें कम से कम नौ व्यक्तियों की मृत्यु हो गई और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना उस समय हुई जब पुलिस और फॉरेन्सिक साइंस लैबोरेटरी (एफएसएल) की टीम जांच में जुटी थी।
विस्फोटकों की जांच के दौरान हुआ हादसा
धमाके का कारण
यह विस्फोट उस समय हुआ जब अधिकारी हरियाणा के फारिदाबाद से बरामद किए गए विस्फोटकों के नमूने निकाल रहे थे। यह सामग्री हाल ही में एक 'व्हाइट-कॉलर' आतंकी मॉड्यूल की जांच के दौरान मिली थी। हालांकि, विस्फोट के कारणों की आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं हुई है।
परिसर में भारी नुकसान
सुरक्षा उपाय
धमाके की तीव्रता इतनी अधिक थी कि पुलिस स्टेशन के अंदर खड़ी कई गाड़ियाँ क्षतिग्रस्त हो गईं। घटना के तुरंत बाद दमकल की गाड़ियाँ मौके पर पहुंचीं। सुरक्षा कारणों से पुलिस स्टेशन की ओर जाने वाली सभी सड़कों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया।
अमोनियम नाइट्रेट की बरामदगी
विस्फोटक सामग्री की जब्ती
हाल ही में सुरक्षा एजेंसियों ने फारिदाबाद के धौज और फतेहपुर टैगा क्षेत्रों में दो किराए के कमरों से लगभग 2,900 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट और अन्य विस्फोटक सामग्री जब्त की थी। यह कमरा पुलवामा के निवासी डॉ. मुअज्जमिल शकील के नाम पर किराए पर लिया गया था।
जांच में डॉक्टरों की भूमिका
सुराग की शुरुआत
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, कश्मीर में लगे कुछ उग्रवादी पोस्टरों की जांच से यह मामला मुअज्जमिल की गिरफ्तारी तक पहुंचा। उससे पूछताछ ने जांच टीम को फारिदाबाद में सक्रिय उस मॉड्यूल तक पहुंचाया, जहाँ से विस्फोटक सामग्री मिली। जांचकर्ताओं का मानना है कि यह नेटवर्क तीन डॉक्टरों द्वारा संचालित किया जा रहा था।
