संगीत जगत में जुबीन गर्ग का असामयिक निधन, शोक की लहर

जुबीन गर्ग का निधन
प्रसिद्ध गायक और संगीतकार जुबीन गर्ग का निधन हो गया है। उन्होंने अपने करियर में कई यादगार गाने गाए, जो लोगों के दिलों में बस गए। उनकी आवाज में एक खास जादू था, जिसने हर किसी को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके निधन की खबर ने संगीत की दुनिया में शोक की लहर पैदा कर दी है।
सांस्कृतिक प्रतीक का निधन
पूर्व सांसद और असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष रिपुन बोरा ने सोशल मीडिया पर लिखा कि जुबीन गर्ग के असमय निधन से उन्हें गहरा सदमा और शोक हुआ है। उन्होंने कहा कि उनकी आवाज और संगीत ने असम और उससे बाहर कई पीढ़ियों को प्रेरित किया। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति उनकी हार्दिक संवेदनाएं हैं।
जुबीन गर्ग की बहुआयामी प्रतिभा
जुबीन गर्ग केवल एक बेहतरीन गायक नहीं थे, बल्कि वे एक अभिनेता, संगीतकार, निर्देशक, निर्माता और पटकथा लेखक भी थे। असमिया संगीत में उनका नाम बहुत प्रभावशाली रहा है। उन्होंने कई भाषाओं में संगीत दिया और फिल्मों में अभिनय किया।
संगीत में ऊर्जा और लोकप्रियता
उनकी आवाज में एक अद्वितीय ऊर्जा थी, जो सीधे दिल को छू जाती थी। जुबीन गर्ग ने हिंदी, असमिया और बंगाली फिल्मों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। उनके कई सुपरहिट गाने जैसे 'गैंगस्टर' का 'या अली' और 'कृष 3' का 'दिल तू ही बता' आज भी लोगों के बीच लोकप्रिय हैं।
पुरस्कार और सम्मान
जुबीन गर्ग को उनके संगीत और फिल्मों के लिए कई पुरस्कार मिले। 2009 में उन्हें 55वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन के लिए सम्मानित किया गया। इसके अलावा, उन्होंने कई क्षेत्रीय और राष्ट्रीय पुरस्कार भी जीते, जिनमें स्क्रीन अवार्ड्स, फिल्मफेयर पुरस्कार और आईफा पुरस्कार शामिल हैं।