संगीत प्रेमियों के लिए एक दुखद दिन: ज़ुबीन गर्ग का निधन

ज़ुबीन गर्ग का आकस्मिक निधन
असम और भारत के संगीत प्रेमियों के लिए एक अत्यंत दुखद दिन था जब प्रसिद्ध गायक और सांस्कृतिक प्रतीक ज़ुबीन गर्ग का अचानक निधन हो गया। शुक्रवार को सिंगापुर में स्कूबा डाइविंग के दौरान उनकी मृत्यु की खबर ने पूरे देश को हिला कर रख दिया। उनके प्रशंसक और संगीत समुदाय इस दुखद समाचार से गहरे सदमे में हैं। गायक 20 सितंबर को होने वाले नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल में प्रदर्शन करने के लिए सिंगापुर में थे। डाइविंग के दौरान उन्हें अचानक सांस लेने में कठिनाई हुई और दौरा पड़ा। तत्काल चिकित्सा सहायता और सीपीआर के बावजूद उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।
गुवाहाटी में प्रशंसकों की भीड़
गुवाहाटी की सड़कों पर हजारों प्रशंसक उमड़े
ज़ुबीन गर्ग के अंतिम संस्कार के लिए रविवार को गुवाहाटी की सड़कों पर हजारों प्रशंसक एकत्रित हुए। लोग अपने प्रिय गायक को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए भोगेश्वर बरुआ स्टेडियम और सरुसजाई पहुंचे। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोशल मीडिया पर इस अवसर पर अपडेट साझा करते हुए कहा कि भोगेश्वर बरुआ स्टेडियम पूरी रात जनता के लिए खुला रहेगा ताकि लोग ज़ुबीन को अंतिम बार देख सकें। अगले दिन भी उनका पार्थिव शरीर सरुसजाई में लोगों के दर्शन के लिए रखा जाएगा।
मुख्यमंत्री का संदेश
मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में लिखा कि मानवता का एक सागर, अपने प्रिय बेटे को विदाई देने के लिए एकजुट हुआ। उन्होंने ज़ुबीन के पार्थिव शरीर के पास श्रद्धांजलि देने आए प्रशंसकों की लाइव तस्वीरें और वीडियो भी साझा किए। स्टेडियम में लोगों की भीड़ भावनाओं से भरी हुई थी। कई लोग कांच के ताबूत के पास रोते और अपने पसंदीदा गायक को अंतिम विदाई देते हुए भावुक नजर आए।
More and more people wish to see our beloved Zubeen one last time, and we deeply understand these sentiments. Therefore, Bhogeswar Baruah Stadium will remain open throughout the night today for the public to pay their respects to Zubeen. Tomorrow also, the mortal remains of…
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) September 21, 2025
संगीत समुदाय में शोक
पूरे संगीत समुदाय में एक खालीपन
ज़ुबीन गर्ग का संगीत क्षेत्र में योगदान और उनके गानों की लोकप्रियता उन्हें नॉर्थ ईस्ट इंडिया और पूरे देश में बेहद प्रिय बना चुकी थी। उनके आकस्मिक निधन ने न केवल उनके परिवार और मित्रों को गहरा दुख पहुंचाया है, बल्कि पूरे संगीत समुदाय में एक खालीपन छोड़ दिया है। प्रशंसक और सम्मानित हस्तियां सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं और उनके योगदान को याद कर रहे हैं।
इस दुखद अवसर पर असम सरकार और प्रशासन ने अंतिम संस्कार की व्यवस्था और सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा ताकि श्रद्धांजलि देने वाले लोग व्यवस्थित रूप से अपने पसंदीदा गायक को अंतिम विदाई दे सकें। ज़ुबीन गर्ग की यादें और उनका संगीत आने वाले समय तक लोगों के दिलों में जीवित रहेगा।