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संयुक्त राष्ट्र में भारत-तुर्की के बीच कूटनीतिक टकराव

हाल ही में संयुक्त राष्ट्र के मंच पर भारत और तुर्की के बीच एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक बहस हुई, जिसमें विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने तुर्की के प्रतिनिधि को करारा जवाब दिया। तुर्की ने भारत की विटो पावर पर सवाल उठाया, जिसके जवाब में जयशंकर ने तुर्की के इतिहास और महिलाओं के अधिकारों पर प्रकाश डाला। इस घटना ने वैश्विक कूटनीति में एक नया मोड़ लाया है। जानें इस दिलचस्प घटनाक्रम के बारे में अधिक जानकारी।
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संयुक्त राष्ट्र में भारत-तुर्की के बीच कूटनीतिक टकराव

संयुक्त राष्ट्र में हाई वोल्टेज ड्रामा

हाल ही में संयुक्त राष्ट्र के मंच पर एक बड़ा ड्रामा देखने को मिला, जिसने सभी को चौंका दिया। इस समय तुर्की के प्रतिनिधि और भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर की बातचीत सुर्खियों में है। तुर्की ने भारत को विटो पावर के लिए अभी तैयार नहीं मानते हुए एक विवाद खड़ा किया। इसके जवाब में, जयशंकर ने न केवल तुर्की को जवाब दिया, बल्कि न्यूयॉर्क में एक ऐसा कूटनीतिक चक्रव्यूह तैयार किया कि सभी चुप रह गए।


जयशंकर की कूटनीतिक चाल

डॉ. जयशंकर ने केवल दो दिनों में 12 देशों के विदेश मंत्रियों को अपने पक्ष में किया। लंबे समय से यह चर्चा चल रही है कि भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट मिलनी चाहिए। इस बीच, यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने 1947 के पुराने ढांचे को बदलने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत को बहुपक्षीय प्रणाली में एक महत्वपूर्ण आवाज के रूप में मान्यता मिलनी चाहिए।


तुर्की का विरोध और जयशंकर का जवाब

जब भारत की स्थायी सदस्यता की बात उठी, तो तुर्की ने विरोध करना शुरू कर दिया। तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगान ने कश्मीर मुद्दे को उठाकर पाकिस्तान को खुश करने की कोशिश की। इसके जवाब में, जयशंकर ने तुर्की में महिलाओं के अधिकारों की स्थिति पर सवाल उठाते हुए कहा कि तुर्की को पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।


ऐतिहासिक संदर्भ में तुर्की की स्थिति

जयशंकर ने तुर्की के इतिहास का उल्लेख करते हुए कहा कि अर्मेनियाई और अन्य ईसाई समुदायों को तुर्की के दौर में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था। यह एक कूटनीतिक रणनीति थी, जिसने तुर्की के आरोपों को कमजोर कर दिया। अंत में, उन्होंने तुर्की के प्रतिनिधि को सलाह दी कि उन्हें अपने देश के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, न कि दूसरों पर कीचड़ उछालने पर।