संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर गरमाई बहस: पीएम मोदी और अमित शाह का होगा संबोधन

संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा का आगाज़
आज संसद के मानसून सत्र में एक बार फिर ऑपरेशन सिंदूर पर गरमागरम बहस होने की संभावना है। सोमवार को लोकसभा में इस मुद्दे पर सरकार और विपक्ष के बीच तीखी बहस हुई थी, और आज चर्चा अपने चरम पर पहुंचेगी जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह सदन में उपस्थित होंगे। शाह दोपहर 12 बजे लोकसभा को संबोधित करेंगे, जबकि पीएम मोदी शाम को समापन भाषण देंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने राजनाथ और जयशंकर की सराहना की
सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर के भाषणों के बाद, प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों नेताओं की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इन भाषणों ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि को मजबूती से प्रस्तुत किया। आज की बहस में विपक्ष के तीखे हमलों और सत्ता पक्ष के जवाबों से सदन में फिर से गर्माहट देखने को मिल सकती है।
जयशंकर ने पाकिस्तान की असलियत को उजागर किया
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने लोकसभा में सरकार के कूटनीतिक प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि हमने पाकिस्तान की सच्चाई को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उजागर किया है। उन्होंने बताया कि जब हमारी रेड लाइन पार हुई, तो हमें कठोर कदम उठाने पड़े। उन्होंने यह भी कहा कि यूएन के 193 देशों में से केवल 3 ने ऑपरेशन सिंदूर का विरोध किया।
अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस पर किया हमला
बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने चर्चा के दौरान कांग्रेस पर पाकिस्तान के पक्ष में खड़े होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कभी हिंदू आतंकवाद की बात करती है, तो कभी पाकिस्तान का समर्थन करती है। ठाकुर ने पूर्व गृहमंत्री के एक इंटरव्यू का हवाला देते हुए कहा कि वह आतंकियों की पहचान को लेकर पाकिस्तान को क्लीन चिट देने की कोशिश कर रहे थे।
ओवैसी का सवाल: क्या आप मैच खेलेंगे?
AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या आपकी अंतरात्मा आपको बैसारन में मारे गए लोगों के परिवारों के सामने पाकिस्तान से क्रिकेट मैच देखने की अनुमति देती है? उन्होंने यह भी कहा कि जब सरकार कहती है कि पानी और खून साथ नहीं बह सकते, तो क्रिकेट कैसे खेला जा सकता है?
राज्यसभा में भी होगा ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा
लोकसभा में तीखी बहस के बाद, आज राज्यसभा में भी ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा होगी। यहां पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का संबोधन महत्वपूर्ण रहेगा। इस बहस में सरकार इसे भारत की सुरक्षा नीति की सफलता बताने की कोशिश करेगी, जबकि विपक्ष इसकी पारदर्शिता और नीतिगत निर्णयों पर सवाल उठाएगा।