समिक भट्टाचार्य बने पश्चिम बंगाल भाजपा के नए अध्यक्ष, जानें उनकी राजनीतिक यात्रा

पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष का चुनाव
भाजपा ने विभिन्न राज्यों में अपने अध्यक्षों का चयन कर लिया है, लेकिन पश्चिम बंगाल में यह प्रक्रिया अभी जारी है। अगले वर्ष 2026 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसके लिए भाजपा ने अपनी रणनीति तैयार की है। समिक भट्टाचार्य ने बुधवार को साल्ट लेक कार्यालय में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। उनके खिलाफ अभी तक किसी अन्य उम्मीदवार ने नामांकन नहीं भरा है, जिससे उनका निर्विरोध चुनाव होना लगभग तय है। गुरुवार को प्रदेश अध्यक्ष की आधिकारिक घोषणा की जाएगी। नामांकन के समय उनके साथ पार्टी के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और विपक्ष के नेता शुवेंदु अधिकारी भी उपस्थित थे।
लंदन में समिक भट्टाचार्य का बयान
ऑपरेशन सिंदूर के बाद, समिक भट्टाचार्य ने लंदन में पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी बातें कहीं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हमारा है और यह हमारी गलती थी कि हमने शांति का रास्ता चुना। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान को कूटनीतिक रूप से अलग-थलग किया जाना चाहिए।
समिक भट्टाचार्य का राजनीतिक सफर
समिक भट्टाचार्य का जन्म 5 नवंबर 1963 को हुआ। उन्होंने कलकत्ता विश्वविद्यालय से बीए की डिग्री प्राप्त की। वे 3 अप्रैल 2024 से राज्यसभा के सदस्य हैं और 2014 से 2016 तक बशीरहाट दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र से पश्चिम बंगाल विधानसभा के सदस्य रहे। इसके अलावा, वे 2020 से 2024 तक भाजपा पश्चिम बंगाल के मुख्य प्रवक्ता भी रहे।
हाल की मुलाकातें
पिछले सोमवार को, समिक भट्टाचार्य ने दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। उन्होंने गृह मंत्रालय की स्थायी समिति की बैठक में भाग लिया और उसी दिन भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने उन्हें अपने घर आमंत्रित किया। इस मुलाकात के बाद उनके प्रदेश अध्यक्ष बनने की अटकलें तेज हो गईं।
नामांकन के बाद समिक का बयान
नामांकन प्रक्रिया पूरी करने के बाद, समिक भट्टाचार्य ने कहा कि अभी उनके पास कहने के लिए कुछ नहीं है। उन्होंने बताया कि अध्यक्ष पद की प्रक्रिया अभी चल रही है और पार्टी ने उन्हें नामांकन दाखिल करने के लिए कहा था।